उत्तर प्रदेश के झांसी जनपद में जंगल में चल रही पटाखा की अवैध फैक्ट्री में मंगलवार को अचानक विस्फोट हो गया, जिससे वहां काम करने वाले मजदूरों में चीख-पुकार मच गई. हादसे की चपेट में आने से 8 मजदूर घायल हो गए. फैक्ट्री जंगल में होने के कारण घायलों को इलाज के लिए चारपाई पर लिटाकर एम्बुलेंस तक लाया गया. इसके बाद उन्हें झांसी मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया.
तेज आवाज सुनकर आसपास के लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. पुलिस मौके पर पहुंची. इसके बाद घायलों को रेस्क्यू कर निकालने का प्रयास शुरू हुआ.
बताया जा रहा है कि जिस स्थान पर फैक्ट्री संचालित हो रही थी. वहां एम्बुलेंस नहीं पहुंच पाने के कारण घायलों को चारपाई पर लिटाकर इलाज के लिए एम्बुलेंस तक ले जाया गया. इसके बाद उन्हें मोंठ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भेजा गया. जहां हालत गंभीर होने पर उन्हें झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कालेज भेज दिया गया.
विस्फोट में झुलसे लोगों ने बताया कि हम वहां पटाखे बना रहे थे, पता ही नहीं चला कि कब धमाका हो गया. उन्हें कुछ भी नजर नहीं आया. वहां करीब 10 लोग काम कर रहे थे. जिसमें पुरुष और महिलाएं दोनों शामिल थीं. ये पटाखा फैक्ट्री जंगल में खुले स्थान पर झोपड़ी बनाकर चलाई जा रही थी.
जैसे ही इसकी जानकारी पुलिस और प्रशासन को हुई, जिलाधिकारी समेत आलाधिकारी मेडिकल कालेज पहुंचे. जहां उन्होंने बताया कि झुलसे लोगों से हालचाल जाना है. फैक्ट्री संचालक के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है.
उन्होंने कहा कि हर साल दीपावली से पहले लाइसेंस रिनुवल के जितने भी प्रकरण होते हैं, उसमें सीएफओ और एसडीएम तथा पुलिस क्षेत्राधिकारी द्वारा स्थलीय निरीक्षण करके अनुमति दी जाती है. कोई भी स्टोर आबादी के बीच में न हो. समथर में अवैध रूप से खुले में पटाखा निर्माण हो रहा था. जब ये चल रहा था तब इसकी भनक क्यों नहीं लगी, इसकी भी जांच कराई जाएगी.