उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि मीटर चेकिंग या बकाया वसूली के नाम पर आम उपभोक्ता को परेशान न किया जाए. उन्होंने बिजली ‘बिलिंग' और संग्रह क्षमता बढ़ाने के लिए मिलकर ठोस प्रयास करने को भी कहा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को ऊर्जा मंत्री एके शर्मा और विभागीय अधिकारियों के साथ उत्तर प्रदेश में बिजली उत्पादन, पारेषण और वितरण की वर्तमान स्थिति की समीक्षा करते हुए यह बात कही.
यहां जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि गलत और देरी से बिल से उपभोक्ता निराश होता है. उन्होंने अधिकारियों और विभाग को जिम्मेदारी सौंपी कि मीटर चेकिंग या बकाया वसूली के नाम पर आम उपभोक्ता को परेशान न किया जाए. उन्होंने रिहंद बांध, ओबरा जलाशय और उसके आसपास के क्षेत्रों में पंप स्टोरेज प्लांट की संभावनाओं का अध्ययन करने के निर्देश दिये और यह भी कहा कि नए विद्युत उपकेंद्रों की स्थापना से पहले स्थानीय आवश्यकताओं का गहन आकलन करें और अगले पांच साल का लक्ष्य निर्धारित करें.
योगी ने पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना को व्यापक रूप से बढ़ावा देने की भी बात कही. उन्होंने बिजली कनेक्शन शुल्क एक समान सुनिश्चित करने के लिए नियम बनाने के भी निर्देश दिये. बैठक में जानकारी दी गयी कि एनटीपीसी के साथ संयुक्त उपक्रम के रूप में स्थापित की जा रही ओबरा डी, अनपरा ई और मेजा तापीय परियोजना-II के अलावा निर्माणाधीन खुर्जा तापीय परियोजना के काम में तेजी आने की उम्मीद है। इनसे राज्य की विद्युत उत्पादन क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी.
उन्होंने यह भी कहा कि अयोध्या समेत सभी नगर निगमों को सोलर सिटी के रूप में विकसित किया जाएगा. बैठक में उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड और सभी वितरण कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारी और इंजीनियर मौजूद थे.
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