- कुशीनगर के फाजिलनगर में दा हार्मिटेज एकेडमी की बस नहर के पुल की रेलिंग तोड़कर नहर में लटक गई थी.
- बस का स्टीयरिंग रॉड टूटने से बस अनियंत्रित हो गई, लेकिन चालक ने समय रहते ब्रेक लगाकर बस को रोका.
- बस में सवार छह बच्चे सुरक्षित निकाले गए, जिनमें से चार बिहार के गंगुआ और पिपरा बघेल गांव के थे.
उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के फाजिलनगर कस्बे में संचालित दा हार्मिटेज एकेडमी की स्कूली बस मंगलवार सुबह एक बड़े हादसे का शिकार होते-होते बच गई. बिहार से बच्चों को लेकर लौट रही बस अचानक नहर के पुल की रेलिंग तोड़ते हुए नहर में लटक गई. बस का अगला हिस्सा तेज बहाव वाली नहर की ओर झुक गया था, लेकिन चालक की सतर्कता और ब्रेक लगाने से बस पूरी तरह गिरने से बच गई.
बस में सवार छह बच्चे इस घटना के दौरान चीखने-चिल्लाने लगे. मौके पर पहुंचे स्थानीय लोगों और चालक की मदद से सभी बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. घटना के बाद बच्चों को उनके घर भेज दिया गया है और सभी सुरक्षित हैं.
हादसे की पूरी कहानी
पटहेरवा थाना क्षेत्र के फाजिलनगर में स्थित दा हार्मिटेज एकेडमी की बस रोजाना बिहार के विभिन्न गांवों से बच्चों को लेकर आती है. मंगलवार सुबह चालक भरत बर्नवाल यूपी के तमकुहीराज थाना क्षेत्र के गंगुआ और पिपरा बघेल गांव से चार बच्चों को लेकर गोपालगंज जिले के कटेया थाना क्षेत्र के सैयनवा गांव पहुंचा, जहाँ से दो और बच्चों को बैठाकर वापस लौट रहा था.
लगभग दो सौ मीटर आगे बढ़ने पर मुख्य नहर के नोनिया पुल पर बस का स्टीयरिंग रॉड अचानक टूट गया, जिससे बस अनियंत्रित हो गई और पुल की रेलिंग तोड़ते हुए नहर की ओर लटक गई. गनीमत रही कि पुल पर मोड़ होने के कारण बस की गति धीमी थी और चालक अनुभवी था, जिसने समय रहते ब्रेक लगाकर बस को रोक लिया.
घटना के बाद आसपास के लोग मौके पर जुट गए. कुछ युवकों ने साहस दिखाते हुए बस में प्रवेश कर बच्चों को एक-एक कर सुरक्षित बाहर निकाला. स्कूल प्रबंधक मनोज सिंह ने बताया कि बस की स्थिति ठीक थी और चालक की सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया.