उत्तर प्रदेश के बहराइच में दंगा प्रभावित क्षेत्र महराजगंज में अब अवैध निर्माण में बुलडोजर एक्शन की तैयारी है. लोक निर्माण विभाग और जिला पंचायत की संयुक्त टीम ने सड़क की चौड़ाई की मापी कर यहां मकान और दुकानों पर लाल निशान लगा दिया है. लोक निर्माण विभाग ने महाराजगंज इलाके में कई घरों पर नोटिस लगाई गई है. नोटिस में दुकान, मकान के मालिकों से जवाब मांगा गया है.
राम गोपाल हत्याकांड के मुख्य आरोपी अब्दुल के घर के बाहर भी नोटिस लगाई गई है. निर्माण से पहले अगर जिला अधिकारी से अनुमति नहीं ली गई होगी तो अब कार्रवाई हो सकती है. कुंडासर महसी महाराजगंज एक प्रमुख जिला मार्ग है. इसलिए सड़क के दोनों ओर निर्माण से पहले अनुमति लेनी पड़ती है. बिना अनुमति के बनाया गया मकान और दुकान अवैध माना जाता है.
क्या है पूरा मामला
बहराइच में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हिंसा भड़क गई थी. इस दौरान गोली लगने से रामगोपाल मिश्रा की मौत हो गई थी. इस घटना के बाद सीएम योगी ने लखनऊ में पीड़ित परिवार से मुलाकात की थी. बीजेपी विधायक सुरेश्वर सिंह खुद पीड़ित परिवार के सदस्यों के साथ लखनऊ पहुंचे थे. सीएम योगी ने रामगोपाल के परिवार को आश्वस्त किया था कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.
बहराइच हिंसा: अब तक 5 गिरफ्तारी
बहराइच हिंसा मामले में पुलिस ने मुठभेड़ के बाद पांच आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है. इनमें से दो सरफराज उर्फ़ रिंकू और तालिम उर्फ़ सबलू को गोली लगी है. नेपाल के रूपैडीहा बॉर्डर के पास आरोपी नेपाल भागने की कोशिश कर रहे थे. गिरफ्तार बहराइच हिंसा के पांच आरोपी मोहम्मद सरफराज (नामजद), मोहम्मद तालीम उर्फ सबलू, मोहम्मद फ़हीन (नामजद), अब्दुल हमीद (नामजद) और मोहम्मद अफज़ल हैं.