- समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एसआईआर प्रक्रिया को वोट बढ़ाने की बजाय वोट काटने की रणनीति बताया है
- अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी के दबाव में एसआईआर प्रक्रिया लागू की जा रही है और BLO को ट्रेनिंग नहीं मिली है
- SIR के लिए जल्दबाजी पर सवाल उठाते हुए सरकार से पारदर्शिता और नागरिक अधिकारों की सुरक्षा की मांग की
एसआईआर SIR (Special Inclusion Register) पर समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी पर तीखा हमला बोला है. अखिलेश ने आरोप लगाया कि SIR का मकसद वोट बढ़ाना नहीं बल्कि वोट काटना है. उन्होंने कहा कि SIR वोट बढ़ाने के लिए नहीं है, बल्कि वोट काटने की रणनीति है. बीजेपी के दबाव में यह प्रक्रिया चलाई जा रही है. अखिलेश ने यह भी दावा किया कि BLO (Booth Level Officers) को इस प्रक्रिया के लिए कोई ट्रेनिंग नहीं दी गई है. उन्होंने सवाल उठाया कि यूपी में इतनी जल्दबाजी क्यों की जा रही है?
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ड्रामा कौन करता है ये आपको भी पता है...
समाजवादी पार्टी प्रमुख ने कहा कि सरकार को पारदर्शिता बरतनी चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि किसी भी नागरिक के अधिकारों का हनन न हो. इसके साथ ही समाजवादी पार्टी के प्रमुख और सांसद अखिलेश यादव ने संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत पर पीएम मोदी के बयान पर कहा, "ड्रामा कौन करता है ये आपको भी पता है. ड्रामा का उपयोग इसलिए करना क्योंकि D से डेमोक्रेसी है हम ये चाहते हैं कि ईमानदारी से काम हो और कोई भी मतदाता छूटे नहीं. जिन BLO की जान जा रही है तो क्या वो ड्रामा था...."
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एसआईआर के मुद्दे पर चर्चा की मांग
विपक्षी ‘इंडिया' गठबंधन के घटक दलों के नेताओं ने सोमवार को संसद के शीतकालीन सत्र के लिए अपनी रणनीति पर चर्चा की थी. राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के संसद भवन स्थित कक्ष में हुई बैठक में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव, द्रमुक नेता टी आर बालू और कई अन्य नेता शामिल हुए. विपक्षी दलों ने रविवार को सर्वदलीय बैठक और दोनों सदनों की कार्य मंत्रणा समिति (बीएसी) की बैठकों में यह मांग उठाई थी कि इस सत्र के दौरान मतदाता सूचियों के एसआईआर समेत व्यापक चुनाव सुधारों पर चर्चा होनी चाहिए.














