- आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे टोल प्लाजा-21 पर दीपावली बोनस न मिलने से कर्मचारी नाराज होकर टोल गेट खोलकर धरना दे दिया
- श्रीसांई और दातार कंपनी के कर्मचारी बोनस भुगतान में देरी के कारण रविवार रात करीब दस घंटे तक हड़ताल पर रहे
- धरने के दौरान हजारों वाहन बिना टोल टैक्स दिए एक्सप्रेसवे से गुजरे, जिससे कंपनी को लाखों रुपये का नुकसान हुआ
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर रविवार रात उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब टोल प्लाजा पर काम करने वाले कर्मचारियों ने दीपावली बोनस न मिलने से नाराज़ होकर सभी टोल गेट खोल दिए और धरने पर बैठ गए. इस दौरान एक्सप्रेसवे से गुज़रने वाली हज़ारों गाड़ियां बिना टोल टैक्स दिए फर्राटा मारकर निकलती रहीं, जिससे कंपनी को लाखों रुपये के राजस्व का नुकसान होने का अनुमान है.
बोनस न मिलने से भड़के कर्मचारी
यह घटना आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के टोल प्लाजा-21 पर हुई. श्रीसांई और दातार कंपनी के तहत काम करने वाले कर्मचारियों को दीपावली के मौके पर बोनस नहीं मिला, जिससे उनमें भारी गुस्सा था. कर्मचारियों का कहना है कि पिछले दो-तीन दिनों से उन्हें आश्वासन दिया जा रहा था कि बोनस की राशि उनके खाते में आ जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. गुस्साए कर्मचारियों ने रविवार रात को विरोध स्वरूप बूम बैरियर (टोल गेट) खोल दिए और टोल प्लाजा पर ही धरने पर बैठ गए.
10 घंटे तक चला धरना, लाखों का नुकसान
धरने पर बैठे कर्मचारियों ने स्पष्ट कहा कि जब तक उनकी बोनस की मांगें पूरी नहीं हो जातीं, तब तक वे काम पर नहीं लौटेंगे और हड़ताल जारी रखेंगे. अधिकारियों ने कर्मचारियों को समझाने का काफी प्रयास किया, लेकिन वे अपनी मांगों पर अड़े रहे.
कर्मचारियों का यह धरना करीब 10 घंटे तक चला, जिससे एक्सप्रेसवे से गुज़रने वाली हज़ारों गाड़ियां टोल दिए बिना ही निकल गईं. अनुमान है कि इस दौरान कंपनी को लाखों रुपये का राजस्व नुकसान हुआ है.
अधिकारियों के आश्वासन पर खत्म हुई हड़ताल
लंबे समय तक चले हंगामे के बाद, अंततः टोल कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों ने कर्मचारियों को उनकी मांगों को जल्द पूरा करने का ठोस आश्वासन दिया. अधिकारियों के आश्वासन पर ही कर्मचारियों ने अपना धरना खत्म किया और सोमवार सुबह काम पर लौट आए.