देश में सबसे ज्यादा फ्लाइट्स ऑपरेट (विमान संचालन) करने वाली एयरलाइन इंडिगो (IndiGo) ने अपने पायलटों का भत्ता बढ़ाने का फैसला लिया है. सूत्रों के मुताबिक पायलटों के भत्ते में 25 रुपये से लेकर 2,000 रुपये तक की बढ़ोतरी करने का फैसला किया है. बताया जा रहा है कि लेओवर के लिए फ्लाइट के कैप्टन को अब 2,000 रुपये की जगह 3,000 रुपये मलेंगे, जबकि फर्स्ट ऑफिसर्स को 1,000 की जगह 1,500 रुपये दिए जाएंगे. समाचार एजेंसी PTI ने सूत्रों के मुताबिक बताया है कि भत्ते में बढ़ोतरी के नियम नए साल यानी 1 जनवरी 2026 से लागू होंगे. इस फैसले से इंडिगो के 5,000 से ज्यादा पायलटों को मिलेगा. और भी कई तरह के भत्तों में बढ़ोतरी की गई है.
क्यों लिया गया यह फैसला?
ये कदम ऐसे समय पर उठाया गया है, जब हाल ही में एयरलाइन को पायलट रोस्टरिंग नियमों के चलते लगातार फ्लाइट कैंसिलेशन और भारी फजीहत का सामना करना पड़ा था. हाल में Flight Duty Time Limitations (FDTL) के संशोधित नियम लागू किए गए. नए नियमों में रात की उड़ानों (Night Operations) के लिए पायलट्स पर सख्त सीमाएं तय की गईं. इसके लिए पहले से ज्यादा पायलट्स की जरूरत पड़ी. रात्रि संचालन (Night Operation) के लिए ज्यादा पायलट की तैनाती की जरूरत पर जोर देने वाले नए मानदंडों के तहत इंडिगो ने पायलट को दिए जाने वाले भत्तों में वृद्धि की है.
कौन-कौन से भत्ते कितने बढ़ाए गए?
डोमेस्टिक लेओवर अलाउंस
कैप्टन (Captain)
- पहले: ₹2,000 (10.01–24 घंटे)
- अब: ₹3,000
फर्स्ट ऑफिसर
- पहले: ₹1,000
- अब: ₹1,500
24 घंटे से ज्यादा के हर अतिरिक्त घंटे पर:
- कैप्टन: ₹100 से बढ़ाकर ₹150
- फर्स्ट ऑफिसर: ₹50 से बढ़ाकर ₹75
नाइट अलाउंस (Night Allowances)
- कैप्टन: ₹2,000 प्रति नाइट आवर
- फर्स्ट ऑफिसर: ₹1,000 प्रति नाइट आवर
डेडहेड अलाउंस
(जब पायलट यात्री के तौर पर उड़ान भरकर किसी दूसरे शहर से फ्लाइट ऑपरेट करता है)
- कैप्टन: ₹3,000 से बढ़ाकर ₹4,000 प्रति ब्लॉक घंटा
- फर्स्ट ऑफिसर: ₹1,500 से बढ़ाकर ₹2,000
मील अलाउंस (Meal Allowances)
- ट्रांजिट के दौरान कैप्टन के लिए
- ₹500 से बढ़ाकर ₹1,000
टेल-स्वैप अलाउंस (नया)
- पहली बार Tail-Swap Allowance लागू
- जब तय विमान की जगह दूसरा विमान दिया जाता है
- पहले इस कैटेगरी में कोई भुगतान नहीं होता था
बताया जा रहा है कि इतना हाेने के बावजूद फिर भी पूरी भरपाई नहीं हुई है. सूत्रों के मुताबिक, यह बढ़ोतरी उन भत्तों का सिर्फ करीब 25% है, जो नवंबर में FDTL के दूसरे चरण के लागू होने के बाद घटाए गए थे.
बता दें कि पिछले दिनों उड़ानों में भारी अव्यवस्था के बाद DGCA ने IndiGo को विंटर शेड्यूल में 10% कटौती का निर्देश दिया था. IndiGo में कुल 5,085 पायलट कार्यरत हैं.
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