इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने अपनी नई ई-फाइलिंग वेबसाइट लॉन्च कर दी है. सोमवार की रात में यह नया पोर्टल लाइव हो गया. पहले वेबसाइट एड्रेस incometaxindiaefiling.gov.in था, जो अब बदलकर incometax.gov.in हो गया है. साइट को कल सुबह ही लाइव होना था, लेकिन जानकारी थी कि कुछ तकनीकी गड़बड़ी के चलते वेबसाइट कल रात तक लाइव हो सकी.
अब वेबसाइट पूरी तरह ऑपरेशनल हो चुकी है, हालांकि, अब भी कई यूजरों ने तकनीकी गड़बड़ियों की शिकायत की है. ट्विटर पर कई यूजरों ने बताया कि उन्हें लॉग इन करने में दिक्कत आ रही है तो कई ने बताया कि वो वेबसाइट ही एक्सेस नहीं कर पा रहे हैं.
वित्त मंत्री ने किया ट्वीट
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसे लेकर ट्वीट किया और नई वेबसाइट डेवलप करने वाली कंपनी इन्फोसिस और उसके को-फाउंडर नंदन निलेकणी को टैग भी किया. उन्होंने कहा कि कई यूजरों ने गड़बड़ियों की शिकायत की है. उम्मीद है कि टैक्सपेयरों के लिए दी जा रही सुविधाएं प्रभावित नहीं होंगी.
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उन्होंने ट्वीट में लिखा, 'बहुप्रतीक्षित ई-फाइलिंग पोर्टल 2.0 कल रात 8.45 पर लॉन्च हो गई. मुझे अपने टाइमलाइन पर दिख रहा है कि बहुत से लोगों ने गड़बड़ियों को लेकर शिकायत की है. उम्मीद है कि इन्फोसिस और नंदन निलेकणी हमारे टैक्सपेयरों को दी जा रही सुविधाओं की गुणवत्ता को लेकर निराश नहीं करेंगे. टैक्सपेयरों के लिए सहजता हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए.'
इन्फोफिस, आधार, जीएसटी और ई-फाइलिंग पोर्टल
बता दें कि इनकम टैक्स रिटर्न फाइलिंग की यह नई वेबसाइट देश की बड़ी इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी कंपनी इन्फोसिस ने डेवलप की है. यह प्रोजेक्ट 2019 में शुरू किया गया था. इस वेबसाइट को बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट ने मंजूरी दी थी. इस प्रोजेक्ट के लिए कंपनी को 4,241.97 करोड़ रुपए मिले थे. सरकार का लक्ष्य था कि एक इनकम टैक्स रिटर्न के लिए एक टैक्सपेयर फ्रेंडली और नेक्स्ट जेनरेशन ई-फाइलिंग पोर्टल शुरू किया जाए.
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इसकी सबसे बड़ी खासियत थी कि इसमें इनकम टैक्स रिटर्न की प्रोसेसिंग के वक्त को घटाने पर जोर था. अब आईटीआर के प्रोसेसिंग में लगभग 65-66 दिन लग जाते थे, लेकिन इस प्रोसेसिंग को एक दिन में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था. बता दें कि नंदन निलेकणी की इन्फोसिस ने ही गुड्स एंड सर्विसेज़ टैक्स की वेबसाइट भी तैयार की थी. इसके अलावा आधार की संकल्पना भी निलेकणी की ही मानी जाती है. वो UIDAI (Unique Identification Authority of India) के चेयरमैन भी रह चुके हैं.
इस नई वेबसाइट में कई नए फीचर्स जोड़े गए हैं. सबसे बड़ा फायदा आईटीआर का रिफंड जल्दी मिलने का है. इसके अलावा टैक्सपेयरों को पहले से भरे हुए आईटीआर फॉर्म और कई दूसरे आईटीआर फॉर्म भरने में मदद के लिए सॉफ्टवेयर की सुविधा मिलेगी. वहीं, इसमें कई नए पेमेंट मेथड जोड़े गए हैं. जल्द ही एक मोबाइल ऐप भी लॉन्च किया जाएगा.