Cyber Fraud Prevention: फेमस टीवी शो 'महाभारत' में युधिष्ठिर का किरदार निभाने वाले अभिनेता गजेंद्र सिंह चौहान भी वही गलती कर बैठे, जो आए दिन लोग करते रहते हैं और साइबर फ्रॉड का शिकार हो जाते हैं. सस्ते मेवा के चक्कर में उन्होंने एक लिंक पर क्लिक किया और ठगी का शिकार हो गए. साइबर ठगों ने उनके बैंक खाते से 98 हजार रुपये निकाल लिए, गनीमत रही कि मुंबई पुलिस ने ठगी की रकम रिकवर कर ली. गजेंद्र चौहान ने फेसबुक पर सस्ते ड्राई फ्रूट्स का विज्ञापन देखा और लिंक पर क्लिक करने के बाद वेरिफिकेशन करने को कहा गया. उन्होंने ओटीपी शेयर कर दी और ऐसा करते ही उनके खाते से 98 हजार रुपये कट गए. साइबर फ्रॉड की ऐसी घटना आपके साथ न हो, इसके लिए गृह मंत्रालय की साइबर जागरूकता हेल्पलाइन ने कुछ उपाय सुझाए हैं.
पुलिस ने बचा लिया, वापस कराए पैसे
गजेंद्र चौहान ने तुरंत ओशीवारा पुलिस स्टेशन में साइबर ठगी की शिकायत दर्ज कराई. फिर साइबर सेल की तत्परता दिखाई. उन्होंने पाया कि ठगी की रकम रेजर-पे से क्रोमा की तरफ ट्रांसफर की जा रही है. अधिकारियों ने रकम होल्ड कराई और वापस अभिनेता के खाते में ट्रांसफर करा दिया.
ऐसे साइबर फ्रॉड से बचने के लिए क्या करें?
ऑनलाइन फ्रॉड से बचने के लिए गृह मंत्रालय से जुड़े विंग CERT-In और Cyber Dost अक्सर सुझाव जारी करते रहते हैं.
- अंजान लिंक और अटैचमेंट पर क्लिक न करें
CERT-In स्पष्ट रूप से बताता है कि अज्ञात स्रोतों से प्राप्त किसी भी लिंक, संदेश या फाइल को कभी न खोलें, क्योंकि इनमें मैलवेयर या फिशिंग स्कीम हो सकती हैं.
- केवल भरोसेमंद वेबसाइट्स से ही डाउनलोड/शॉपिंग करें
साइबर दोस्तो (Cyber Dost) ने सावधान किया है कि फर्जी शॉपिंग साइट्स या फेक लिंक से सावधान रहें- कई स्कैमर ऑरिजनल दिखने वाली साइट की हू-बहू कॉपी भेजते हैं.
- लिंक खोले बिना पहले URL की जांच करें
लॉकडाउन फ्रॉड से बचने के लिए हमेशा URL बार में सीधे वेबसाइट का पता टाइप करें या बुकमार्क से वेबसाइट खोलें- संदिग्ध लिंक पर कभी क्लिक न करें.
- संदिग्ध कॉल/मैसेज पर तुरंत कार्रवाई न करें
CERT-In और गृह मंत्रालय की सलाह है कि डर या जल्दबाजी में कोई भी निजी जानकारी, बैंक डिटेल या OTP किसी को न दें. सरकारी एजेंसियां कॉल/WhatsApp से ऐसा नहीं पूछतीं.
- किसी को रिमोट एक्सेस की अनुमति न दें
अगर कोई फोन या लिंक के ज़रिए आपके डिवाइस को कंट्रोल करने की कोशिश करे, तो तुरंत मना करें. CERT-In भी बताता है कि कभी भी रिमोट एक्सेस सॉफ्टवेयर न इंस्टॉल करें.
- सुरक्षित ब्राउजिंग और एंटीवायरस
अपने डिवाइस में अपडेटेड एंटीवायरस/एंटी-मैलवेयर रखना और सिस्टम को नियमित रूप से स्कैन करना जरूरी होता है. ये दोनों कदम CERT-In के इंटरनेट सुरक्षा बुकलेट में बुनियादी सुरक्षा अभ्यास के रूप में सुझाए गए हैं.
साइबर फ्रॉड हो गया तो क्या करें?
अगर आपको लगता है कि आपने किसी धोखाधड़ी लिंक पर क्लिक कर दिया है या फ्रॉड शिकार बन सकते हैं, तो 1930 डायल कर राष्ट्रीय साइबर क्राइम हेल्पलाइन पर तुरंत कॉल करें. या फिर आप National Cyber Crime Reporting Portal (cybercrime.gov.in) पर शिकायत दर्ज कर सकते हैं. सतर्क रहें, भावनाओं में आकर निर्णय न लें.
घटना के बाद अभिनेता गजेंद्र सिंह चौहान ने लोगों से अपील की है कि वे सस्ते और भारी डिस्काउंट के झांसे में न आएं, क्योंकि ऐसे विज्ञापन फर्जी होते हैं. उन्होंने कहा कि अगर वे साइबर ठगी के शिकार हो गए हैं तो बिना किसी देरी के अपनी स्थानीय पुलिस से संपर्क करें। किसी भी संदेहास्पद गतिविधि की स्थिति में तुरंत 1930 पर कॉल करें.














