अगर आप नौकरीपेशा हैं और हर महीने अपनी सैलरी से प्रोविडेंट फंड (EPF) में पैसा जमा करते हैं, तो यह जानकारी आपके लिए बहुत जरूरी है. कई बार नौकरी बदलने या लंबे समय तक कॉन्ट्रीब्यूशन न देने की वजह से आपका EPF अकाउंट इनएक्टिव हो सकता है. जब ऐसा होता है, तो उस पर ब्याज मिलना बंद हो जाता है और आपकी जमा पूंजी बढ़ना रुक जाती है.
इसलिए यह जानना जरूरी है कि आपका अकाउंट कब इनऑपरेटिव यानी निष्क्रिय माना जाता है, और उसे दोबारा कैसे शुरू किया जा सकता है.
EPF अकाउंट कब हो जाता है इनएक्टिव ?
अगर किसी EPF अकाउंट में लगातार 36 महीने (3 साल) तक कोई कॉन्ट्रीब्यूशन, ट्रांसफर या विड्रॉल नहीं होती, तो वह अकाउंट ‘इनऑपरेटिव' यानी इनएक्टिव हो जाता है. इसका मतलब है कि अकाउंट में जमा राशि पर अब ब्याज मिलना बंद हो जाता है. यह स्थिति अक्सर तब आती है जब कोई कर्मचारी नौकरी बदलता है और पुराने पीएफ अकाउंट की रकम नए अकाउंट में ट्रांसफर नहीं करता.
UAN से जुड़े खातों के लिए राहत
अगर आपका UAN (Universal Account Number) KYC (आधार, पैन आदि) से जुड़ा हुआ है और अकाउंट 3 साल से कम समय के लिए इनऑपरेटिव रहा है, तो आप ऑनलाइन रिक्वेस्ट भेजकर इसे अनब्लॉक (एक्टिव) करा सकते हैं. यह रिक्वेस्ट EPF सदस्य पोर्टल से करने पर अपने आप आपके एम्प्लॉयर (Employer) के पास चली जाती है.
एम्प्लॉयर का रोल
एम्प्लॉयर को यह रिक्वेस्ट 15 दिनों के भीतर अप्रूव या रिजेक्ट करनी होती है. अगर एम्प्लॉयर आपकी रिक्वेस्ट स्वीकार करता है, तो वह रिक्वेस्ट डिसबर्सिंग अथॉरिटी (DA) के पास भेज दी जाती है, जहां आगे की प्रक्रिया होती है. रिक्वेस्ट को मंजूरी देने का अधिकार सदस्य के अकाउंट बैलेंस पर निर्भर करता है.
रिक्वेस्ट अप्रूव होने पर, आपका अकाउंट फिर से सक्रिय (Unblock) हो जाएगा, और आप ऑनलाइन क्लेम कर सकेंगे. अगर आपका UAN किसी दूसरे एक्टिव PF अकाउंट से जुड़ा है, तो आप केवल ट्रांसफर क्लेम कर पाएंगे. अगर आपके पास कोई दूसरा एक्टिव अकाउंट नहीं है, तो आप फाइनल विड्रॉल के लिए आवेदन कर सकते हैं.
रिक्वेस्ट प्रोसेस करने की समय सीमा
एम्प्लॉयर के पास आपकी अनब्लॉक रिक्वेस्ट को प्रोसेस करने के लिए 15 दिन का समय होता है. अगर इस अवधि में नियोक्ता कोई कार्रवाई नहीं करता, तो रिक्वेस्ट अपने आप DA (डिसबर्सिंग अथॉरिटी) के पास भेज दी जाती है. वहीं अगर एम्प्लॉयर या EPF फील्ड ऑफिस आपकी रिक्वेस्ट रिजेक्ट करते हैं, तो उसका कारण आपके लॉगिन में दिखाया जाएगा.
नियमित तौर पर स्टेटस करें चेक
EPF अकाउंट आपकी भविष्य की वित्तीय सुरक्षा का अहम हिस्सा है. इसलिए इसे समय-समय पर अपडेट और सक्रिय रखना बेहद जरूरी है. नौकरी बदलने पर पुराना अकाउंट ट्रांसफर करें और नियमित तौर पर इसका स्टेटस चेक करते रहें, ताकि आपकी मेहनत की कमाई पर ब्याज लगातार बढ़ता रहे.
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