India | Translated by: विवेक रस्तोगी |शुक्रवार अगस्त 12, 2016 10:27 AM IST पिछले साल अप्रैल में बेंगलुरू के रहने वाले उस समय भौंचक्के रह गए थे, जब शहर की तीन झीलें - वारथुर, बेलांदुर और येमालुर - झाग से इतनी भर गई थीं कि सफेद दिखने लगी थीं. इसके बाद हवा की वजह से वही फेन उड़-उड़कर सड़कों पर पहुंचा तथा कारों और राहगीरों को ढकने लगा. उस फेन के विश्लेषण से पता लगा कि उसमें साबुन, तथा मल-मूत्र मौजूद है, जो विशेषज्ञों के मुताबिक सीवेज के पानी को परिशोधित किए बिना झीलों में बहा देने का परिणाम था.