Faith | Written by: श्यामनंदन |शुक्रवार फ़रवरी 10, 2017 03:07 PM IST माघ महीने की पूर्णिमा को कल्पवास की पूर्णता का पर्व भी कहा जाता है. आप जानते हैं, कल्पवास की शुरुआत पूस के महीने की पूर्णिमा से होती है, जो संगम नगरी इलाहबाद में प्रयाग में गंगा के तट पर किया जाता है. सदियों से चली आ रही इस परंपरा के अंतर्गत लोग दूर-दूर गंगा के तट पर पूरे एक महीने के लिए समाज और परिवार से कट कर ध्यान और तप में लीन हो जाते हैं.