India | Reported by: अनुराग द्वारी |गुरुवार नवम्बर 26, 2020 02:39 PM IST आग लगने पर मची चीख-पुकार सुनकर बगल के कमरे में सो रहे दीपक के अन्य भाई ने दरवाजा तोड़ कर बच्चे को बाहर निकाला जिसको शहडोल के लिए रिफर कर दिया. बच्चा बुरी तरह जल चुका है, वहीं जलकर मृत हुए व्यक्तियों में पिता ओमकार विश्वकर्मा (उम्र 46 वर्ष), पत्नी कस्तूरिया बाई (40 वर्ष) और बेटी निधि विश्वकर्मा (उम्र 16 वर्ष) इस कदर जल चुके है कि शवों की पहचान भी मुश्किल है.