Faith | Written by: Shyamnandan |गुरुवार फ़रवरी 4, 2016 05:18 PM IST सामान्य तौर पर हर मंदिर में दानपेटी होती है और श्रद्धालु अपनी स्वेच्छा से रुपए-पैसे, गहने-आभूषण आदि चढ़ावे में देकर अपनी श्रद्धा और विश्वास को तुष्ट करते हैं। भगवान वेंकटेश्वर बालाजी के मंदिरों में तो यह खास तौर पर होता है। यहां भक्तों से यह अपेक्षा की जाती है कि वे अधिक-से-अधिक धन का दान दें।