Blogs | बुधवार अप्रैल 29, 2015 08:04 PM IST राजनीति में आने वाला हर दूसरा विकास को गरियाता है मगर यह नहीं बताता कि दूसरा विकास क्या है। दूसरे विकास के नाम पर वो ई गर्वनेंस और कॉल सेंटर बनाने लगता है लेकिन विकास को लेकर कोई नई सोच ज़मीन पर उतरती नहीं दिखती है।