Uttar Pradesh | Reported by: रवीश रंजन शुक्ला, Edited by: प्रमोद प्रवीण |शुक्रवार अक्टूबर 14, 2022 09:02 AM IST 1989 में शासन ने एक आदेश जारी किया था. इस आदेश के आधार पर ऊसर, बंजर और भीटा की संपत्तियों को वक्फ़ में दर्ज करा लिया गया था. बाद में इन संपत्तियों को अनियमितता करके बेचा जा रहा था.