India | Reported by: सुनील प्रभु, Translated by: नितेश श्रीवास्तव |शनिवार जून 13, 2020 03:12 PM IST उन्होंने कहा कि यहां ध्यान दिया जाना चाहिए कि फ्रोजन पराठे को प्रिजर्व किया जाता है. बड़े ब्रांड इन्हें ऊंचे दामों पर बेचते हैं, क्योंकि यह मुख्य वस्तु नहीं है. इसका इस्तेमाल समाज का जो वर्ग करता है वह इसके टैक्स का भुगतान भी कर सकता है. सरकार के सूत्रों के अनुसार प्लेन रोटी और पराठे की तुलना फ्रोजन पराठे से नहीं किया जाना चाहिए. और न ही इसे गरीब वर्ग इसका रोजाना सेवन करता है.