Blogs | प्रोफेसर राकेश सिन्हा |मंगलवार जुलाई 4, 2017 11:29 AM IST गोरक्षा कतई अहिंसक तथा सांस्कृतिक मुद्दा है, और इसकी अहमियत को मध्यकालीन युग में कई मुस्लिम शासकों ने भी स्वीकार किया है. बहरहाल, प्रबुद्ध भारतीयों का एक हिस्सा, जिनमें अधिकतर लेफ्ट-लिबरल हैं, जो पश्चिम में हिन्दू-विरोधी बुद्धिजीवियों के एक हिस्से का अनुसरण करते हुए, इसे हिन्दुत्व, पीएम मोदी और आरएसएस पर हमला करने के अवसर के रूप में इस्तेमाल करने की कोशिश करते रहे हैं...