World | भाषा |रविवार मई 28, 2017 06:19 AM IST जलवायु परिवर्तन के कारण रात में तापमान सामान्य से अधिक रहने का मनुष्य की नींद पर महत्वपूर्ण प्रभाव हो सकता है और एक नये अध्ययन में कहा गया है कि सदी के अंत तक संभवत: पृथ्वी पर लोग नींद की कमी से जूझ रहे होंगे.