Blogs | रतन मणिलाल |बुधवार अगस्त 31, 2016 05:19 PM IST देश में सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं का हाल बिलकुल ठीक नहीं है यह अब कोई खबर नहीं रह गई है. डॉक्टरों और कर्मचरियों के अलावा बेड, दवाओं व अन्य सामानों की कमी के साथ-साथ सरकारी तंत्र की संवेदनहीनता का सबसे बड़ा उदाहरण भी सरकारी अस्पतालों में ही दीखता है. इसका सबसे ताजा उदाहारण कुछ दिन पहले कानपुर में मिला.