India | Reported by: भाषा, Edited by: मानस मिश्रा |रविवार सितम्बर 15, 2019 12:11 PM IST हड़प्पा सभ्यता के सबसे बड़े ज्ञात शहर ‘राखीगढ़ी’ से प्राप्त नमूनों पर हुए एक हालिया शोध ने ‘आर्यों के बाहरी होने’ के सिद्धांत पर प्रश्नचिह्न लगा दिया है. यह शोध प्रतिष्ठित शोधपत्रिका ‘सेल’ में ‘हड़प्पा के एक प्राचीन जीनसमूह में पूर्वी-यूरोप (स्टेपी) या ईरानी कृषकों का डीएनए अनुपस्थित’ शीर्षक से इसी महीने प्रकाशित हुआ. इसके मुख्य शोधकर्ता एवं पुणे स्थित डेक्कन कॉलेज के पूर्व कुलपति प्रोफेसर बसंत शिंदे के इस दावे के बाद सबसे बड़ा सवाल उठा है कि आर्य क्या बाहर से नहीं आए थे. ऐसी ही कई सवालों का प्रोफेसर शिंदे ने विस्तार से जवाब दिया है.