Filmy | रविवार अक्टूबर 6, 2013 01:47 PM IST अमरेश ने कहा, 'फिल्म की कहानी उदारवादी आर्थिक नीतियों से मोहभंग के दौर में समाज के कुछ वर्गों द्वारा आयातीत विदेशी संस्कृति के खिलाफ हिन्दी उर्दू क्षेत्र के लोगों के जज्बे, गुस्से और विक्षोभ को दर्शाता है।'