राजस्थान के उदयपुर में करेंसी नोटों से हुआ मां दुर्गा के दरबार का श्रृंगार, इतने लाख के नोटों का इस्तेमाल

उदयपुर के बालेश्वरी नवयुवक मंडल के पदाधिकारियों ने बताया कि पिछले तीन सालों से माता रानी को नोटों की आंगी धराई जा रही है. पिछले साल इसके लिए 31 लाख से अधिक के नोट इस्तेमाल किए गए थे.

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उदयपुर:

इस समय देश में नवरात्रि की धूम है. आज महाअष्टमी की पूजा की जा रही है. देश के अधिकांश इलाकों में देवी दुर्गा की प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं. इसके लिए पांडालों को भव्य रूप से सजाया गया है. इन पांडालों को देखने के लिए देवी भक्तो की अपार भीड़ उमड़ रही है. आइए हम आपको ऐसे ही एक पांडाल के बारे में बताते हैं, जिसे नोटों से सजाया गया है. इस पांडाल को सजाने के लिए दो-चार हजार रुपये के नोटों से नहीं बल्कि 51 लाख से अधिक के नोटों से सजाया गया है. यह चौथा साल है, जह यहां पर देवी दुर्गा और उनके दरबार को नोटों से सजाया गया है. 

राजस्थान में कहां पांडाल को नोटों से सजाया गया है

हम जिस पांडाल की बात कर रहे हैं वह बना है राजस्थान में झीलों के शहर उदयपुर में. उदयपुर के भुवाणा स्थित बालेश्वरी माता को 51 लाख से अधिक नोटों का श्रृंगार किया गया.बालेश्वर नवयुवक मंडल की ओर से 51 लाख 51 हजार 551 रुपए के नोटों से माता रानी और उनके दरबार को सजाया गया. जिन नोटों से श्रृंगार किया गया है, उनमें 50 रुपए,100 रुपए, 200 रुपए और 500 रुपए तक के नोट शामिल हैं. 

क्या कहना है पदाधिकारियों को 

बालेश्वरी नवयुवक मंडल के पदाधिकारियों ने बताया कि पिछले तीन सालों से माता रानी को नोटों की आंगी धराई जा रही है. पहले साल 11 लाख 11 हजार 111 रुपये के नोटों से, दूसरे साल 21 लाख 21 हजार 121 रुपये के नोटों से और तीसरे साल 31 लाख 31 हजार 131 रुपये के नोटों से और चौथे साल 51 लाख 51 हजार 151 रुपए के नोटों से की आंगी की गई है. 

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