Rajasthan News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बांसवाड़ा दौरा (PM Modi Banswara Visit) सिर्फ विकास परियोजनाओं के शिलान्यास तक सीमित नहीं है, बल्कि इसे राजस्थान की राजनीति (Rajasthan Politics) में एक बड़ा बदलाव लाने की भाजपा (BJP) की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है. इस आदिवासी बहुल क्षेत्र में, जहां हाल ही में क्षेत्रीय दलों की वजह से कांग्रेस और भाजपा दोनों को झटका लगा है, वहां पीएम मोदी ने विकास के एजेंडे को सबसे आगे रखकर एक नया राजनीतिक दांव चला है.
आदिवासियों को साधने का 'विकास मॉडल'
बांसवाड़ा का यह इलाका गुजरात और मध्य प्रदेश की सीमा से लगा हुआ है, और यहां पर भारतीय आदिवासी पार्टी (BAP) जैसी क्षेत्रीय पार्टियों ने अपनी पकड़ मजबूत की है. 2018 के बाद से, बीएपी ने तीन विधायक सीटें और बांसवाड़ा की लोकसभा सीट जीतकर भाजपा और कांग्रेस दोनों के वोटबैंक में बड़ी सेंध लगाई है. बांसवाड़ा लोकसभा सीट पर तो उन्होंने 2 लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से जीत हासिल की.
भाजपा देना चाहती है यह खास संदेश
ऐसे में, पीएम मोदी का 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की परियोजनाओं का शिलान्यास करना, जिसमें 2,800 मेगावॉट का परमाणु ऊर्जा प्लांट भी शामिल है, एक प्रतीकात्मक कदम है. भाजपा यह संदेश देना चाहती है कि उनकी राजनीति जाति या पहचान पर नहीं, बल्कि विकास और रोजगार पर केंद्रित है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने भी इस बात पर जोर दिया कि उनकी पार्टी का लक्ष्य विकास है, जिससे इस पिछड़े क्षेत्र में रोजगार और अन्य सहायक उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा.
विरोध भी, लेकिन एजेंडा 'विकास'
दिलचस्प बात यह है कि बीएपी के सांसद राजकुमार रोत ने पीएम के दौरे का विरोध करते हुए मांग की थी कि इन परियोजनाओं से मिलने वाले कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) फंड का इस्तेमाल सिर्फ आदिवासी विकास पर होना चाहिए. हालांकि, भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ ने पलटवार करते हुए कहा कि सरकार ने भूमि अधिग्रहण के लिए पूरा मुआवजा दिया है और नपला गांव में 2 स्कूल और 1 अस्पताल जैसे विकास कार्य पहले से ही चल रहे हैं.
जातीय राजनीति की खाई को पाटने की कोशिश
यह बताता है कि भाजपा इस क्षेत्र में जातीय राजनीति की खाई को पाटकर विकास के सहारे अपनी जमीन को मजबूत करना चाहती है. पीएम मोदी का मंच से बड़े-बड़े प्रोजेक्ट्स का ऐलान करना, वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाना और सौर ऊर्जा में राजस्थान की सफलता को परमाणु ऊर्जा तक ले जाने की बात करना, सीधे तौर पर आदिवासी युवाओं और जनता को एक बेहतर भविष्य का वादा है.
आने वाले समय में बनेगा भाजपा का मजबूत गढ़?
यह दौरा सिर्फ चुनावी रणनीति नहीं, बल्कि भाजपा की राजस्थान में एक लंबे समय की राजनीतिक योजना का हिस्सा है. अगर ये विकास प्रोजेक्ट सफल होते हैं और इनसे स्थानीय लोगों को फायदा मिलता है, तो आने वाले समय में यह क्षेत्र भाजपा के लिए एक मजबूत गढ़ बन सकता है.
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