पंजाब पुलिस के गैंगस्टर रोधी कार्य बल ने लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के एक प्रमुख सदस्य को गिरफ्तार किया है. पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने शुक्रवार को बताया कि गिरफ्तार किए गए व्यक्ति के पास से .30 कैलिबर की चीन निर्मित पिस्तौल और छह कारतूस बरामद किए गए हैं. आरोपी की पहचान खन्ना के राजगढ़ गांव निवासी राजवीर सिंह उर्फ रवि राजगढ़ के रूप में हुई है.
पंजाब पुलिस ने डीजीपी का हवाला देते हुए एक बयान में कहा कि आरोपी रवि राजगढ़ पिछले 13-14 साल से लॉरेंस बिश्नोई और कनाडा में मौजूद आतंकवादी गोल्डी बराड़ के संपर्क में था और उन्हीं के इशारे पर आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहा था.
गैंगस्टर रवि राजगढ़ का आपराधिक इतिहास रहा है, जिसमें पंजाब में जबरन वसूली, हत्या और हत्या के प्रयास के अलावा शस्त्र अधिनियम से संबंधित कई मामले दर्ज हैं.
डीजीपी यादव ने कहा कि अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक प्रमोद बान के नेतृत्व में गैंगस्टर रोधी कार्य बल (एजीटीएफ) ने विश्वसनीय सूचना के आधार पर एक पुलिस टीम भेजी जिसने मोहाली के सेक्टर-79 से राजगढ़ को गिरफ्तार कर लिया.
उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आरोपी रवि राजगढ़ लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के सदस्यों को ठिकाने, रसद सहायता, हथियार और वाहन मुहैया करा रहा था और उसने गिरोह के सहयोगियों को विदेश भागने में मदद करने के लिए फर्जी विवरण पर पासपोर्ट हासिल करने में सहायता की.
डीजीपी ने कहा कि आरोपी से पूछताछ और इस मामले की विस्तृत जांच से पंजाब और आसपास के राज्यों में लॉरेंस बिश्नोई-गोल्डी बराड़ गिरोह द्वारा नियोजित आपराधिक गतिविधियों का पता लगाने में मदद मिलेगी.
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