Paris Olympics Gender Row: पेरिस ओलंपिक में जेंडर को लेकर विवाद बना हुआ है. कुछ दिन पहले ईमान खलीफा की जीत के बाद जेंडर विवाद ने बवाल खड़ा कर दिया था. अब एक ओर विवाद ने जन्म ले लिया है. इस बार दो बार की वर्ल्ड चैंपियन ताइवान की लिन यू-टिंग (Lin Yu-ting) को लेकर विवाद पैदा हो गया है. दरअसल, ताइवान की लिन यू-टिंग ने पेरिस में अपने पहले मुकाबले में महिलाओं के 57 किग्रा वर्ग में उज्बेकिस्तान की सिटोरा टर्डीबेकोवा को सर्वसम्मत अंकों के आधार पर हराया. बता दें कि लिन को मिली जीत के बाद विरोधी बॉक्सर सिटोरा ने हाथ मिलाने से इनकार कर दिया. जिसके बाद और विवाद पैदा हो गया. सिटोरा का मानना है कि उन्होंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि एक पुरुष के जैसे क्षमता वाली बॉक्सर के विरोध में उनके लिए ऐसा करना जायज था. सबसे चौंकाने वाली बात है कि ईमान का विवाद सामने आने के बाद भी ओलंपिक के अधिकारियों ने 55 किग्रा वर्ग में ये मुकाबला करवाया. लिन की उम्र 28 साल है और वह दो बार की विश्व चैंपियन रह चुकी हैं. लिन इससे पहले भी कई मामलों में चर्चा में रहीं हैं.
सोशल मीडिया पर मचा रहा बवाल
ईमान खलीफा और यू टिंग को लेकर अब सोशल मीडिया पर लोग रिएक्ट कर रहे हैं. पोरिस ओलंपिक के अधिकारियों को लेकर लोग अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं. लोगों का मानना है कि अधिकारियों को फिर से अपने नियमों को लेकर सोचने की दरकार है.
जेंडर टेस्ट में फेल हो चुकी हैं ईमान और लिन
पिछले साल विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के लिए लिंग पात्रता परीक्षण में असफल होने के बावजूद आईओसी ने दो मुक्केबाजों को 2024 पेरिस ओलंपिक में प्रतिस्पर्धा करने की अनुमति दी थी. 2023 में, अल्जीरियाई मुक्केबाज को महिला विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक मैच से कुछ घंटे बाद अयोग्यता घोषित किया गया था. खलीफ को कथित तौर पर उसके सिस्टम में टेस्टोस्टेरोन के उच्च स्तर के लिए अयोग्य घोषित किया गया था.