नवरात्र के दौरान मुंबई पुलिस (Mumbai Police) की ‘निर्भया स्क्वॉड' अपनी गश्त और पेट्रोलिंग बढ़ा चुकी है. महिला पुलिस से बनी ये स्क्वॉड उन तमाम इलाक़े में पहुँचकर लड़कियों के लिए सुरक्षा कवच बनने की कोशिश में हैं जो, महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराध को लेकर संवेदनशील इलाक़े हैं.महिलाओं और लड़कियों की सुरक्षा के लिए यह स्क्वॉड हर इस उस गली, नुक्कड़, चौल या स्लम तक पहुँच रही है जो, लड़कियों के साथ छेड़छाड़, उत्पीड़न, यौन शोषण जैसे मामले के लिए संवेदनशील इलाक़े हैं. दरअसल, साकीनाका में दुष्कर्म की घटना के बाद मुंबई पुलिस ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए प्रत्येक थाने में निर्भया स्क्वॉड बनाया गया है जो नवरात्रि के दौरान अपनी गश्त बढ़ा चुकी है.
स्क्वॉड में एक महिला पीएसआई या एएसआई रैंक की अधिकारी, एक महिला कांस्टेबल और ड्राइवर शामिल है. सहायक पुलिस निरीक्षक वैशाली वामन बोरसे बताती हैं,'हम महिलाओं-लड़कियों से मिलकर जागरूक कर रहे हैं कि लोग कैसे महिलाओं के साथ अत्याचार करते हैं. ऑनलाइन फ़्रॉड बगैरह कैसे हो रहा है, अपनी आवाज़ हीं दबाएं नहीं बल्कि बताएं, शिकायत करें. हमने नम्बर दिया है वहां शिकायत करें, वीडियो भेजें. इलाक़े के ऐसे क्रिमिनल का भी हम डिटेल निकाल रहे हैं.' निर्भया स्क्वॉड की गश्त और ऐसी काउंसिलिंग से लड़कियों और महिलाओं में सुरक्षा को लेकर हिम्मत बंधी है.
महिलाओं के प्रति आपराधिक घटनाओं पर नजर डालें तो तो मुंबई में 2019 में 6519 आपराधिक मामले दर्ज हुए थे जबकि वर्ष 2020 में 4583 मामले दर्ज बताए जा रहे हैं. महिलाओं के खिलाफ अपराधों को रोकने के लिए निर्भया स्क्वॉड महिलाओं के लिए सुरक्षा कवच के तौर पर तैयार की गई हैं.
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