- मुंबई के वसई पश्चिम के दीवान मान परिसर में क्लोरीन गैस के रिसाव से दस से बारह लोग प्रभावित हुए हैं.
- प्रभावित लोगों को सांस लेने में दिक्कत, जी मिचलाना और आंखों में जलन की शिकायत हुई है.
- घटना की सूचना मिलते ही अग्निशमन दल के जवान ऑक्सीजन मास्क लगाकर मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में जुट गए.
मंगलवार को मुंबई से सटे पालघर जिले के वसई पश्चिम इलाके में अचानक क्लोरीन गैस के रिसाव से अफरातफरी मच गई. बताया गया कि गैस का रिसाव होने से लोगों को अचानक सांस लेने में तकलीफ आने लगी. जी मिचलाने के साथ-साथ आंखों में भी जलन जैसी शिकायतें हुई. जिसके बाद कई लोगों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ता कराया गया है. इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि 5 दमकल कर्मियों समेत 18 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया. अधिकारियों ने बताया कि अस्पताल में भर्ती लोगों में एक लड़का, दो किशोरियां और पांच महिलाएं भी शामिल हैं.
10-15 साल पुराने क्लोरीन सिलेंडर के वॉल्व से होने लगा रिसाव
स्थानीय उप जिलाधिकारी सुभाष बागड़े ने बताया कि यह घटना अपराह्न करीब साढ़े तीन बजे दीवानमन श्मशान घाट के पास पानी की टंकी के पास चल रहे काम के दौरान हुई. बागड़े जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) के पद पर भी कार्यरत हैं.
उन्होंने कहा, 'दस से 15 साल पुराने क्लोरीन सिलेंडर के वाल्व से रिसाव होने लगा, जिससे आसपास के इलाके में ज़हरीला धुआं फैल गया. सनसिटी अग्निशमन केंद्र से दमकल कर्मी तुरंत मौके पर पहुंचे और रिसाव को रोकने की कोशिश की, लेकिन इस दौरान कई लोग गैस की चपेट में आ चुके थे.''
कांतिलाल की मौत, पत्नी मनीषा ICU में एडमिट
अधिकारी ने बताया कि कुल 19 प्रभावित व्यक्तियों को तीन अलग-अलग अस्पतालों में ले जाया गया. बागड़े ने बताया कि उचित प्रयासों के बावजूद, तेज धुएं के संपर्क में आए देव कांतिलाल पारदीवाल की अस्पताल में मौत हो गई. उनकी पत्नी मनीषा (55) का दूसरे अस्पताल के गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में इलाज चल रहा है.
उन्होंने बताया कि स्थानीय दमकल केंद्र प्रभारी विजय राणे (53), दमकलकर्मी कल्पेश पाटिल (41) और कुणाल पाटिल (28), तथा चालक प्रमोद पाटिल (43) तथा सचिन मोरे को भी अस्पताल में भर्ती कराया गया. मोरे को बाद में छुट्टी दे दी गई.
वसई पश्चिम के दीवान मान परिसर में गैस लीक
मिली जानकारी के अनुसार यह घटना वसई पश्चिम के दीवान मान परिसर में हुआ. जहां क्लोरीन गैस लीक होने से इलाक़े में कई लोग प्रभावित हुए हैं. प्रभावित लोगों को इलाज के लिए विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. गैस लीक की शिकायत मिलते ही अग्निशमन दल के जवानों ने ऑक्सीजन मास्क लगाकर मौके पर पहुंचे.
घटनास्थल पर राहत-बचाव के लिए जुटे जवान.
क्लोरीन सिलेंडर लीक होने से फैला गैस
फिर दुर्घटनाग्रस्त क्लोरीन सिलेंडर को घटना स्थल से दूर ले जाकर निष्क्रिय कर दिया. गैस रिसाव के कारण 10 से 12 लोग प्रभावित हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. क्लोरीन गैस के कारण नागरिकों को सांस लेने में तकलीफ, जी मिचलाना, और आँखों में जलन जैसी शिकायतें हुईं.
घटना की सूचना मिलते ही अग्निशमन दल के जवानों ने तुरंत ऑक्सीजन मास्क पहने और दुर्घटनाग्रस्त क्लोरीन सिलेंडर को घटनास्थल से दूर एक नाले में ले जाकर उसे सुरक्षित रूप से निष्क्रिय कर दिया. मालूम हो कि क्लोरीन गैस रिसाव का ऐसा ही एक दूसरा मामला कुछ दिनों पहले महाराष्ट्र के चंद्रपुर से भी सामने आया था.
(वसई से मनोज सातवी की रिपोर्ट)
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