माता-पिता की मौत और फिर फ्लैट में 3 साल तक खुद को रखा 'कैद', रुला देगी ये कहानी

जानकारी के मुताबिक पिछले 6 सालों में उनके माता-पिता दोनों का निधन हो गया और 20 साल पहले उनके बड़े भाई ने आत्महत्या कर ली थी, इसलिए अनूप ने ख़ुद को बाबरी दुनिया से बिल्कुल दूर कर लिया था और अपने फ्लैट में ही बंद रहते थे.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • अनूप कुमार नायर ने तीन साल से अपने फ्लैट में खुद को बंद रखा था.
  • उन्होंने बाहरी दुनिया से संपर्क के लिए केवल ऑनलाइन खाना ऑर्डर किया.
  • सोशल एंड इवेंजेलिकल एसोसिएशन फॉर लव के कार्यकर्ताओं ने उनकी हालत देखी.
  • नायर पहले एक कंप्यूटर प्रोग्रामर थे और अकेले फ्लैट में रहते थे..
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही? हमें बताएं।

नवी-मुंबई में एक 55 वर्षीय व्यक्ति अनूप कुमार नायर ने खुद को तीन साल से अधिक समय तक अपने फ्लैट में बंद रखा था, उन्होंने केवल ऑनलाइन खाना ऑर्डर करके बाहरी दुनिया से संपर्क रखा था. एक कॉल मिलने के बाद सोशल एंड इवेंजेलिकल एसोसिएशन फॉर लव (SEAL) के सामाजिक कार्यकर्ता सेक्टर 24 में स्थित एक हाउसिंग सोसाइटी के उनके फ्लैट पर पहुंचे और उनकी हालत देखी और फिर उन्हें रेस्क्यू किया.

नायर पहले एक कंप्यूटर प्रोग्रामर के रूप में काम करते थे. इस फ्लैट में अकेले रहते थे. उनकी मां भारतीय वायु सेना की दूरसंचार शाखा में काम करती थीं, जबकि उनके पिता मुंबई के टाटा अस्पताल में कार्यरत थे.

जानकारी के मुताबिक पिछले 6 सालों में उनके माता-पिता दोनों का निधन हो गया और 20 साल पहले उनके बड़े भाई ने आत्महत्या कर ली थी, इसलिए अनूप ने ख़ुद को बाबरी दुनिया से बिल्कुल दूर कर लिया था और अपने फ्लैट में ही बंद रहते थे.

नायर फ्लैट के लिविंग रूम में रखी कुर्सी पर ही सोते थे
पता चला है की नायर फ्लैट के लिविंग रूम में रखी कुर्सी पर ही सोते थे, उनके पैर में संक्रमण भी था, जिसका फौरन उपचार काया गया. उनके माता-पिता की मृत्यु के बाद उनके कुछ रिश्तेदारों ने उनसे संपर्क करने की कोशिश की थी लेकिन नायर ने अधिकांश लोगों से दूरी बनाये रखी. नायर फ़िलहाल पनवेल स्थित सील आश्रम में हैं.

नायर जिस बिल्डिंग में रहते थे वहाँ से जुड़े लोगों ने बताया कि शायद ही वो कभी अपने फ्लैट का दरवाज़ा खोलते थे. घर का कचरा भी बाहर नहीं निकलते थे, इसलिए बिल्डिंग के सदस्यों को कभी-कभी उन्हें मनाना पड़ता था कि कचरा बाहर निकाल दें.

Featured Video Of The Day
Terrorism के खिलाफ जीरो टॉलरेंस- Quad Summit में विदेश मंत्रियों की बैठक में बोले S Jaishankar