एक से ज्यादा शादी क्यों करे कोई...? - CM शिवराज ने की MP में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने की घोषणा

मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं तो इस बात का पक्षधर हूं कि अब समय आ गया है कि भारत में एक समान नागरिक संहिता लागू होनी चाहिए. एक से ज्यादा शादी क्यों करे कोई.

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शिवराज ने मंच से भी स्पष्ट किया कि शहरों में पेसा एक्ट लागू नहीं होगा. (फाइल फोटो)

बड़वानी (मध्य प्रदेश):

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को कहा कि वे राज्य में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने के पक्ष में हैं. बड़वानी में एक रैली में घोषणा करते हुए उन्होंने कहा, ' यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने का समय आ गया है. मध्य प्रदेश में यूसीसी लागू करने के लिए मैं एक कमेटी बना रहा हूं. अब सभी के लिए केवल एक ही शादी."

उन्होंने कहा, " मैं, देश में समान नागरिक संहिता लागू करने का पक्षधर हूं. मध्यप्रदेश में भी हम कमेटी बना रहे हैं. जो लोग शादी जैसे पवित्र बंधन के नाम पर जनजातीय भाई-बहनों की जमीन हड़पने का छल करते हैं, पेसा कानून के अंतर्गत ग्रामसभा ऐसे लोगों पर कार्रवाई कर सकेगी."

सीएम ने कहा, " कई बार बड़े खेल हो जाते हैं. लोग खुद जमीन नहीं ले सकते तो किसी आदिवासी के नाम से जमीन ले लेते हैं. कई बदमाश ऐसे भी आ गए, जो आदिवासी बेटी से शादी करके जमीन उसके नाम से ले लेते हैं. आज मैं जनजागरण की अलख जगाने आया हूं." 

मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं तो इस बात का पक्षधर हूं कि अब समय आ गया है कि भारत में एक समान नागरिक संहिता लागू होनी चाहिए. एक से ज्यादा शादी क्यों करे कोई. एक देश में दो विधान क्यों चले, एक ही होना चाहिए. मध्य प्रदेश में भी मैं कमेटी बना रहा हूं. समान नागरिक संहिता में एक पत्नी रखने का अधिकार है, तो एक ही पत्नी सबके लिए होनी चाहिए. 

बता दें कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने बड़वानी जिले के चाचारिया में पेसा एक्ट को लेकर जन जागरण सम्मेलन में आम सभा को संबोधित किया. इस दौरान शिवराज सिंह चौहान ने जहां उन्होंने जनता को पेसा एक्ट की जानकारी दी. वहीं, उन्होंने अपने सख्त तेवर दिखाते हुए सेंधवा जनपद पंचायत के सीईओ को निलंबित कर दिया. 

सीएम बोले कि मुझे शिकायत मिली है, जिसके चलते मैं इन्हें तत्काल निलंबित कर रहा हूं. उन्होंने लोगों को बताया कि पेसा एक्ट से ग्राम सभा मजबूत होगी. मनरेगा में क्या काम किया जाएगा यह ग्रामसभा तय करेगी. पटवारी को हर वर्ष ग्राम सभा में गांव की b1 और खसरा रिपोर्ट रखनी पड़ेगी. 

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उन्होंने कहा कि गांव में शांति निवारण समिति बनाई जाएगी, जिसको छोटे-मोटे विवाद हल करने का अधिकार होगा. अगर पुलिस गांव की किसी व्यक्ति पर मामला दर्ज करती है तो उसे ग्रामसभा को जानकारी देना होगा. 

शिवराज ने मंच से भी स्पष्ट किया कि शहरों में पेसा एक्ट लागू नहीं होगा. इस दौरान उन्होंने मंच से कहा कि किसी भी प्रकार के माफियाओं को छोड़ा नहीं जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा कि हम ऐसा कानून लाने वाले हैं, जिसमें कोई भी व्यक्ति दूसरी शादी नहीं कर पाएगा. 

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ये मज़ेदार है कि मुख्यमंत्री ने ये ऐलान बड़वानी में किया है, बड़वानी से स्थानीय विधायक और पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल आते हैं ये आदिवासियों के लिए रिजर्व सीट है, खुद उनके चुनावी हलफनामे में उनकी 4 बीवियों का ज़िक्र है.

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