महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना के काम मशीनों से कराने में प्रतिबंध लगे इसके लिए राष्ट्रीय मोबाइल मॉनीटरिंग सिस्टम (एनएमएमएस) लांच किया गया, लेकिन सतना में उसका भी तोड़ कर्मचारियों ने ढूंढ निकाला. साइट पर श्रमिकों का नियोजन है यह साबित करने के लिए प्रतिदिन फोटो एप के माध्यम से अपलोड़ करना था, लेकिन यहां की ग्राम पंचायतों के सचिव और रोजगार सहायकों ने बच्चों और बुजुर्गों की फोटो अपलोड़ करनी शुरू कर दी.
मंगलवार को जनसुनवाई में कलेक्टर के समक्ष मझगवां जनपद पंचायत क्षेत्र की ग्राम पंचायत बरौं के कुछ ग्रामीण शिकायत लेकर पहुंचे. आरोप लगाया गया कि ग्राम पंचायत के सरपंच और कर्मचारियों द्वारा लोगों को रोजगार देने की जगह फर्जी फोटो अपलोड़ कर मनमानी की जा रही है. लिखित शिकायत देने के साथ ही एनएमएमएस में दर्ज की गई तस्वीरों के फोटो भी उपलब्ध कराए गए हैं. ग्रामीणों ने मांग की है कि इस मामले की विधिवत जांच करते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए.
मनरेगा के काम में बच्चों के नियोजन किए जाने के मामले में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी परीक्षित झाड़े ने कहा कि एनएमएमएस में केवल श्रमिकों की ही फोटो अपलोड़ की जानी चाहिए. कोई भी ग्राम पंचायत अगर, ऐसा कर रही है तो उसकी जांच कराकर संबंधितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.