एवरेस्ट को फतह करने वाली मेघा परमार के कांग्रेस में शामिल होते ही दो ब्रांड एंबेसडर पद छिने

मेघा परमार को मध्यप्रदेश सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग के 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान' और एमपी स्टेट कोऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन लिमिटेड के सांची ब्रांड के ब्रांड एंबेसडर के पद से हटा दिया गया है

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भोपाल:

माउंट एवरेस्ट को फतह करने वाली मध्य प्रदेश की युवा पर्वतारोही मेघा परमार 9 मई को विपक्षी दल कांग्रेस में शामिल हो गईं. इसके बाद मध्यप्रदेश सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग ने उन्हें 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान' के ब्रांड एंबेसडर पद से हटा दिया. इसके बाद अब एमपी स्टेट कोऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन लिमिटेड के सांची ब्रांड के ब्रांड एंबेसडर के पद से भी उन्हें हटा दिया गया है. हालांकि बीजेपी का कहना है उन्होंने एक अलग विचारधारा चुनी है ऐसे में सरकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार से अलग किया जाना गलत नहीं है.

माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली मध्यप्रदेश की बेटी मेघा परमार स्कूबा डाइविंग करके समंदर की गहराई तक नाप चुकी हैं. वे 9 मई को कांग्रेस में शामिल हो गईं. इसके अगले दिन राज्य सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग ने उनको 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान' के ब्रांड एंबेसडर के पद से हटाने का फरमान भेज दिया. 

इसके छह दिन बाद एमपी स्टेट कोऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन लिमिटेड के सांची ब्रांड के ब्रांड एंबेसडर पद से भी उन्हें हटा दिया गया. फेडरेशन के उप महाप्रबंधक (विपणन) द्वारा हस्ताक्षरित पत्र उन्हें 15 मई को भेजा गया है. उसमें लिखा है कि अगस्त 2022 का अनुबंध, जिसमें मेघा को सांची ब्रांड के ब्रांड एंबेसडर की भूमिका सौंपी गई थी, उसे समाप्त किया जा रहा है.

मेघा परमार ने कहा कि, ''जब भी किसी के घर पहली बेटी होती तो उसे गांव में सांची में बुलाकर एक किलो घी देते थे. यह इस जून में इंप्लीमेंट हो जाता. अचानक यह होना, एक के बाद एक मुझे खुद समझ नहीं आ रहा है, ये क्यों हो रहा है. सरकार की क्या पॉलिसी है.''

हालांकि बीजेपी को लगता है इसमें कुछ गलत नहीं है. बीजेपी की प्रवक्ता नेहा बग्गा ने कहा कि, ''राजनीति में जाने का निर्णय मेघा परमार जी ने लिया है, कांग्रेस को चुना है. विभिन्न चीजों के एंबेसडर के तौर पर सरकार की योजनाओं को लेकर जा रही थीं. ये स्पष्ट दिखाता है या तो पहले गलत थीं या अब गलत हैं. राजनीतिक विचारधारा उन्होंने चुन ली है तो ये सारे कार्य उन्हें शूट नहीं कर रहे इसलिए अलग किया गया है.''

मेघा परमार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर से हैं. उन्होंने युवा महिला पर्वतारोही भावना डेहरिया, जो छिंदवाड़ा जिले से हैं के साथ 2019 में माउंट एवरेस्ट को सफलतापूर्वक फतह किया था. 2019 में मध्य प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने उन्हें 'बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ अभियान' का ब्रांड एंबेसडर बनाया था.

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नौ मई को कांग्रेस की नारी सम्मान योजना के शुभारंभ के दौरान छिंदवाड़ा जिले में कमलनाथ की उपस्थिति में मेघा कांग्रेस में शामिल हुई थीं. उनके सीहोर जिले की विधानसभा सीटों में से एक पर कांग्रेस के टिकट की दौड़ में होने की अटकलें तेज हैं.

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