मध्य प्रदेश में पुलिस ने प्रवेश शुक्ला नाम के उस शख्स को गिरफ्तार कर लिया है जो एक अन्य व्यक्ति पर पेशाब करते हुए कैमरे में कैद हुआ था. मानवता को शर्मसार करने वाली ये घटना सीधी जिले से सामने आई थी. एक वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें देखा जा सकता है कि नशे की हालत में एक शख्स दूसरे आदिवासी शख्स के ऊपर पेशाब कर रहा है. आरोपी युवक की पहचान प्रवेश शुक्ला के तौर पर की गई है. इस वीडियो ने राज्य में राजनीतिक विवाद पैदा कर दिया, जिसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को आरोपी के खिलाफ कड़े राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत मामला दर्ज करने का आदेश देना पड़ा.
प्रवेश शुक्ला द्वारा एक व्यक्ति पर पेशाब करने के वायरल वीडियो पर मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि गिरफ्तारी हो गई है, वह थाने में है. कानूनी कार्रवाई हुई. उसपर NSA लगेगा. कांग्रेस के हिसाब से बुलडोज़र नहीं चलेगा, कानून के हिसाब से बुलडोज़र चलेगा.
पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तारी से बचने के लिए एक जगह से दूसरी जगह छिपते रहने वाले शुक्ला को रात 2 बजे पकड़ा गया और पूछताछ की गई. उनके खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम, एससी/एसटी अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. जांच के तहत शुक्ला की पत्नी और माता-पिता से भी पूछताछ की गई. पीड़ित, करौंदी के 36 वर्षीय दासमत रावत को जब पुलिस पूछताछ के लिए लाई तो उन्होंने वायरल वीडियो को फर्जी बताया. एक हलफनामा तैयार किया था जिसमें कहा गया था कि वीडियो फर्जी है और शुक्ला को झूठे मामले में फंसाने के लिए बनाया गया था.
हालांकि, सूत्रों का कहना है कि हलफनामा कथित तौर पर दबाव में तैयार किया गया था और अभी तक किसी भी अधिकारी को प्रस्तुत नहीं किया गया है. सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ शुक्ला के कथित संबंधों ने विपक्षी कांग्रेस को आक्रामक कर दिया है, जिसने दावा किया कि चौंकाने वाली घटना मध्य प्रदेश में आदिवासी लोगों के खिलाफ हिंसा की व्यापक समस्या का नतीजा है. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा, "राज्य के सीधी जिले से एक आदिवासी युवक पर पेशाब करने (एक व्यक्ति) के अत्याचार का वीडियो सामने आया है. सभ्य समाज में आदिवासी समुदाय के युवाओं के साथ इस तरह के घृणित कृत्य के लिए कोई जगह नहीं है."
उन्होंने कहा, "इस घटना ने पूरे मध्य प्रदेश को शर्मसार कर दिया है...दोषी व्यक्ति को कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए और मध्य प्रदेश में आदिवासियों पर अत्याचार रोका जाना चाहिए."सीधी से बीजेपी विधायक केदारनाथ शुक्ला और रीवा से बीजेपी विधायक राजेंद्र शुक्ला के साथ आरोपी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आई हैं, हालांकि, पार्टी ने उसके साथ किसी भी तरह के संबंध से साफ इनकार किया है. केदारनाथ शुक्ला ने कहा, "मैं उन्हें जानता हूं क्योंकि वह मेरे निर्वाचन क्षेत्र से हैं, लेकिन वह मेरे प्रतिनिधि या भाजपा कार्यकर्ता नहीं हैं."
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