BMC Seat Sharing 2025: मुंबई और महाराष्ट्र के कई मराठी बहुल इलाकों में सीटों को लेकर चल रहा विवाद अब लगभग सुलझ गया है. दादर, माहिम, विक्रोली, भांडुप, को लेकर पेंच फंसा था पर अब बात लगभग बन चुकी है. पुणे, नवी मुंबई, ठाणे महापालिकाओं पर बात चल रही है. नासिक महापालिका के लिए भी लगभग सीटें तय हैं.
शिवसेना (UBT) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) ने मिलकर बीएमसी और अन्य महापालिका चुनावों के लिए गठबंधन का ऐलान कर दिया है. इस गठबंधन में शरद पवार गुट को बहुत कम सीटें मिलने की संभावना जताई जा रही है.
मुंबई में सीटों का फॉर्मूला
सूत्रों के मुताबिक, बीएमसी की 227 सीटों में से उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना (UBT) करीब 145 से 150 सीटों पर उम्मीदवार उतार सकती है. राज ठाकरे की MNS को 65 से 70 सीटें मिल सकती हैं. वहीं, शरद पवार की एनसीपी (SP) को सिर्फ 10 से 12 सीटें मिलने की संभावना है. मुंबई के दादर, माहिम, विक्रोली और भांडुप जैसे मराठी गढ़ों पर पहले विवाद था, लेकिन अब सहमति बन गई है.
गठबंधन का औपचारिक ऐलान
कई दौर की बातचीत और मीटिंग के बाद उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे ने वर्ली में एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर गठबंधन का ऐलान किया. उद्धव ने मराठी मतदाताओं से अपील करते हुए कहा कि अगर अब बंटे तो मराठी पहचान खतरे में पड़ जाएगी. उद्धव ने कहा कि वे दोनों महाराष्ट्र के प्रति अपनी ड्यूटी के तौर पर एक साथ आए हैं. राज ने कहा कि महाराष्ट्र किसी भी झगड़े या लड़ाई से बड़ा है और इसीलिए वे एक साथ आए हैं.
ये भी पढ़ें- हनी सिंह के 'नागन' पर बवाल! बीजेपी नेता ने DGP से की शिकायत, कहा- ये पंजाबी कल्चर के खिलाफ
कैंडिडेट लिस्ट पर राज का बयान
राज ठाकरे ने कहा कि सीट शेयरिंग का फॉर्मूला सार्वजनिक नहीं किया जाएगा. उम्मीदवारों को सीधे अपना नामांकन दाखिल करने के लिए कहा जाएगा. उन्होंने दावा किया कि मुंबई का मेयर मराठी होगा और वह इस गठबंधन से आएगा. राज ने कहा कि महाराष्ट्र में ऐसे गैंग चल रहे हैं जो बच्चों को किडनैप करते हैं और दो नए गैंग पॉलिटिकल पार्टियों के बच्चों को किडनैप कर रहे हैं. राज ने कहा कि मुंबई का मेयर मराठी होगा और वह सेना (UBT)-MNS अलायंस से होगा.
विरोध और विवाद
इस गठबंधन पर विरोधी शिवसेना नेताओं ने नाराजगी जताई है. शिवसेना नेता राजू वाघमारे ने आरोप लगाया कि उद्धव और राज ठाकरे ने बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा से धोखा किया है. उन्होंने कहा कि मराठी लोग इसे कभी नहीं भूलेंगे.
ये भी पढ़ें- बाबरी वाले हुमायूं कबीर की पार्टी में बवाल, 'कपड़ों' पर टिकट काटने पर आगबबूला निशा चटर्जी बोलीं- हिंदू हूं..
कांग्रेस का रुख
कांग्रेस इस गठबंधन का हिस्सा नहीं है, लेकिन पार्टी नेताओं का कहना है कि उद्धव-राज की नजदीकी महायुति में दरार का संकेत है. कांग्रेस नेता अतुल लोंधे ने कहा कि यह राजनीतिक समीकरण बदलने का संकेत हो सकता है.














