- पुणे जिले के शिरूर तहसील के पिंपरखेड गांव में तेंदुए के हमले से 13 वर्षीय लड़के रोहन बोंबे की मौत हुई है
- इस वर्ष पुणे जिले में तेंदुए के हमले से हुई यह पांचवीं मौत दर्ज की गई है
- मृतक के परिवार और ग्रामीणों ने वन विभाग की लापरवाही के विरोध में रैपिड रिस्पांस फोर्स कार्यालय में आग लगा दी
महाराष्ट्र के पुणे में तेंदुए के हमले में 13 साल के लड़के की मौत के बाद ग्रामीणों में आक्रोश है और इसके चलते उन्होंने वन विभाग के कार्यालय और वाहन में आग लगा दी. इतना ही नहीं लड़के के परिजनों ने उसका शव लेने से भी इनकार कर दिया है. गुस्साए ग्रामीण और पीड़ितों के परिजन इसके चलते पुणे-नाशिक हाईवे पर चक्का जाम कर दिया है.
फिलहाल, रोहन का शव मंचर उपजिल्हा अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए रखा गया है, जहां अब रिश्तेदारों की भारी भीड़ जमा हो गई है. ऐसे बढ़ती घटनाओं के विरोध में पुणे-नाशिक महामार्ग पर ग्रामीण रास्ता रोको प्रदर्शन कर रहे हैं. तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है.
बता दें कि पुणे जिले के शिरूर तहसील के पिंपरखेड गांव में रविवार को यह दुखद घटना हुई थी. यहां खेलते समय एक तेंदुए ने 13 वर्षीय लड़के रोहन बोंबे पर हमला कर दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. इस वर्ष पुणे जिले में तेंदुए के हमले से यह पांचवीं मौत है. घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीणों में भारी आक्रोश फैल गया और गुस्साए लोगों ने वन विभाग के रैपिड रिस्पांस फोर्स के कार्यालय और विभाग के एक वाहन को आग के हवाले कर दिया.
आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़कों पर प्रदर्शन करते हुए वन विभाग की लापरवाही पर नाराजगी जताई. स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस बल को तैनात किया गया है और वन विभाग इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की आगे की जांच कर रहा है.














