मराठा कार्यकर्ता मनोज जरांगे के गढ़ में 'OBC महाएल्गार सभा', भुजबल की अगुवाई में उमड़ी जबरदस्‍त भीड़

'OBC महाएल्गार सभा' का एक ड्रोन शॉट्स सामने आया है, जिसमें हर ओर भीड़ का हुजूम ही हुजूम नजर आ रहा है, जिसने सरकार के साथ ही विपक्षी दलों को भी चौंका दिया होगा. 

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  • महाराष्ट्र सरकार में मंत्री छगन भुजबल ने बीड में OBC महाएल्गार सभा की अध्यक्षता की और बड़ी भीड़ जुटाई.
  • महाएल्गार सभा का मुख्य उद्देश्य 2 सितंबर के मराठा आरक्षण संबंधी सरकारी निर्णय को रद्द कराने की मांग करना है.
  • रैली में धनंजय मुंडे शामिल हुए जबकि उनकी बहन पंकजा मुंडे बैनर पर तस्वीर न होने के कारण शामिल नहीं हुईं.
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मुंबई :

महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और वरिष्ठ ओबीसी नेता छगन भुजबल ने शुक्रवार को बीड में 'OBC महाएल्गार सभा' की अगुवाई की. मराठा एक्टिविस्ट मनोज जरांगे के गढ़ में आयोजित रैली में जबरदस्‍त भीड़ उमड़ी. इस रैली का मुख्‍य उद्देश्‍य मराठा आरक्षण से संबंधित 2 सितंबर के सरकारी निर्णय (GR) को रद्द करने की मांग करना है, क्योंकि उनका मानना है कि यह ओबीसी आरक्षण को प्रभावित कर रहा है. 

'OBC महाएल्गार सभा' का एक ड्रोन शॉट्स सामने आया है, जिसमें हर ओर भीड़ का हुजूम ही हुजूम नजर आ रहा है, जिसने निश्चित रूप से सरकार के साथ ही विपक्षी दलों को भी चौंका दिया होगा. 

रैली में धनंजय मुंडे भी शामिल हुए 

यह रैली इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें धनंजय मुंडे भी ओबीसी अधिकारों के लिए आक्रामक रुख अपनाते हुए शामिल हुए हैं. साथ ही उनकी बहन और मंत्री पंकजा मुंडे भी सभा में आने वाली थीं. हालांकि खबर है कि बैनर पर उनकी तस्वीर ना होने से वो सभा में शामिल नहीं हुईं. 

पंकजा मुंडे और धनंजय मुंडे महाराष्ट्र की राजनीति में बीड जिले से ताल्लुक रखने वाले एक प्रभावशाली राजनीतिक परिवार और दिवंगत गोपीनाथ मुंडे के राजनीतिक उत्तराधिकारी हैं. दोनों रिश्ते में चचेरे भाई-बहन हैं और अब से पहले पारंपरिक रूप से राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी रहे हैं. अब पंकजा (BJP) और धनंजय (NCP) दोनों ही सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन का हिस्सा हैं. 

सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश

ओबीसी आरक्षण को बचाने के लिए हो रही ये सभा वर्तमान देवेंद्र फडणवीस-एकनाथ शिंदे-अजित पवार सरकार पर जीआर को रद्द करने के लिए बड़ा दबाव बनाने की कोशिश है. 

यह सभा मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे पाटील के प्रभाव वाले क्षेत्र में हो रही है, जिसके चलते आज मराठा कार्यकर्ताओं ने भुजबल के मंत्री पद से इस्तीफा दिए बिना बीड में प्रवेश करने का कड़ा विरोध किया. 

राज्य में मराठा और ओबीसी समुदायों के बीच तनाव अपने चरम पर है.

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