मुंबई में लागातर हो रही बारिश के चलते मुंबई की सड़कों में गड्ढे बन गए हैं. गड्ढे की वजह से लोगों की जान पर खतरा बना हुआ है. मुंबई के मालाड पूर्व कुरार विलेज स्थित शांताराम तलाब के पास रोड पर बने बड़े गड्ढों की वजह से कई गाड़ियां अब तक सड़क पर पलट चुकीं हैं. इन हादसों में कुछ लोग जख्मी भी हुए हैं. लेकिन महानगरपालिक और एमएमआरडीए के अधिकारी इन खड्डों को भरने में नाकामयाब साबित हो रहे हैं. ऐसे में रविवार को एमएनएस कार्यकर्ताओं ने सड़क पर बने गड्ढों की तरफ प्रशासन का ध्यान आकर्षित करने किए गड्ढों के सामने हनुमान चालीसा पाठ किया.
मुंबईकरों की जान की रक्षा के लिए एमएनएस कार्यकर्ता कविता मोरे के नेतृत्व में गड्ढों के सामने धूप-अगरबत्ती जलाकर और नारियल फोड़कर हनुमान चालीसा का पाठ किया गया. वहीं, आत्मसम्मान मंच अध्यक्ष नित्यानंद ने गड्ढों की मरम्मत के लिए शंखनाद किया. एक संगठन से संबंध रखने वाले नित्यानंद ने " मुंबई के गड्ढों का शंखनाद" कार्यक्रम की शुरुआत की है.
इस संबंध में उन्होंने कहा कि मुंबई देश की आर्थिक राजधानी है, यहां के लोग सबसे ज्यादा टैक्स देते हैं. लेकिन उन्हें उस हिसाब की सुविधाएं नहीं मिलती हैं. ऐसे में हमने तय किया है कि मुंबई में जहां भी गड्ढे होंगे वहां शंख बजाया जाएगा. इसकी शुरुआत मुंबई के जुहू इलाके से की गई. गड्ढों से त्रस्त प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य प्रकाश इंडियन टाटा जी ने गड्ढों के पास शंखनाद किया. इस संबंध में उन्होंने कहा कि शंख बजाने से नेगेटिविटी दूर होती है.
वहीं, नित्यानंद ने कहा कि गड्ढों से मुम्बईकरों का कीमती समय बर्बाद हो रहा है. साथ ही उन पर दुर्घटना का खतरा भी बना हुआ है. ऐसे में अब भगवान ही बीएमसी के अधिकारियों को बुद्धि दें कि वो सड़कों को दुरुस्त करें. साथ ही अब नए सरकार के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री से जनता को उम्मीद है.
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