फर्जी दस्तावेज की मदद से क्रेडिट कार्ड बना की 1 करोड़ से अधिक की ठगी, मुंबई पुलिस ने कुछ यूं किया गिरफ्तार

मुंबई पुलिस के अनुसार इन आरोपियों ने अच्छे सिबिल स्कोर वाले नामों का डाटा प्राप्त किया हुआ था. उन नामों के फर्जी पैन कार्ड एवं फर्जी दस्तावेज देकर स्थानीय आधार कार्ड केन्द्र से आधार कार्ड बनवाकर अपनी पहचान छुपाई थी. 

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मुंबई क्राइम ब्रांच ने इन आरोपियों के ठिकाने पर रेड की थी.
मुंबई:

मुंबई क्राइम ब्रांच ने असम के मोरगांव जिले के अलग-अलग गांवों से 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इन सारे आरोपियों ने फर्जी आधार कार्ड और फर्जी पैन कार्ड बनाए थे. इसके बाद आरोपियों ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर एचएसबीसी बैंक से 55 क्रेडिट कार्ड निकालकर उनसे 1 करोड़, 26 लाख 98 हजार रुपये की धोखाधड़ी की. धोखाधड़ी करने के संबंध में बैंक के उपाध्यक्ष (वित्तीय अपराध जांच) नयन चंद्रकांत भागदेव ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी. जिसके बाद मुंबई क्राइम ब्रांच ने इन आरोपियों के ठिकाने पर रेड की थी.

ऐसे करते थे जालसाजी

इन आरोपियों ने अच्छे सिबिल स्कोर वाले नामों का डाटा प्राप्त किया हुआ था. उन नामों के फर्जी पैन कार्ड एवं फर्जी दस्तावेज देकर स्थानीय आधार कार्ड केन्द्र से आधार कार्ड बनवाकर अपनी पहचान छुपाई.  योजनाबद्ध तरीके से इन्होंने पूरी तैयारी की थी. आरोपी फर्जी दस्तावेजों के जरिए हासिल किए गए केआईडी कार्ड का इस्तेमाल ऑनलाइन शॉपिंग के लिए करते थे. कुछ रकम अन्य फर्जी बैंक खातों में भी ट्रांसफर कर देते थे.

इस तरह पुलिस ने किया गिरफ्तार

मामले में क्राइम ब्रांच ने पहले आरोपियों द्वारा उपयोग किए गए बैंक स्टेटमेंट, केआईडी कार्ड का उपयोग करने वाले स्थान, अपराध में उपयोग किए गए मोबाइल नंबरों की जांच की.  अपराध के मुख्य सूत्रधार और उनके साथ सहयोग करने वाले अन्य आरोपियों की पहचान करके उनके खिलाफ सबूत जमा किए. क्राइम ब्रांच मुंबई ने स्थानीय लहरीपत पुलिस स्टेशन की मदद से एक ट्रैप बिछाया था.

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असम राज्य के मोरगांव के विभिन्न गांव जो अति संवेदनशील एवं अपराध प्रवण क्षेत्र हैं, वहां तलाशी अभियान के दौरान कुल 5 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है. ऑपरेशन में मोरगांव जिला पुलिस ने भी पुलिस का सहयोग किया.

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