Maharashtra: महाराष्ट्र में 'म्याऊं' को लेकर सत्तारूढ़ शिवसेना और मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी के बीच आज टकराव की स्थिति बन गई. शिवसेना ने राज्य के मंत्री आदित्य ठाकरे (Aaditya Thackeray) को टारगेट कर किए गए इसे अनुचित व्यवहार के लिए बीजेपी विधायक नीतेश राणे के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. राज्य विधानसभा में इस मुद्दे को लेकर हुई तीखी नोकझोंक के बाद बीजेपी नेआश्वस्त किया है कि मामले में नीतेश को फटकार लगाई जाएगी. पिछले सप्ताह जब आदित्य ठाकरे महाराष्ट्र विधानसभा बिल्डिंग में प्रवेश कर रहे थे तो बाहर प्रदर्शन कर रहे बीजेपी विधायकों ने 'अभद्र आचरण' किया था. प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे बीजेपी विधायक नीतेश राणे (Nitesh Rane)ने राज्य के पर्यटन मंत्री की ओर जोर से 'म्याऊं' की आवाज निकाली थी, जिसे लेकर अन्य बीजेपी नेताओं ने चुटकी ली थी.
केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के बेटे नीतेश से जब रिपोर्टरों ने पूछा था कि उन्होंने ऐसा क्यों किया तो उन्होंने दोटूक लहजे में कहा था, 'मैं फिर ऐसा करूंगा. मैं हर बार ऐसा करूंगा. ' प्रश्नकाल के बाद शिवसेना विधायक सुहास कांदे ने यह मुद्दा उठाया. उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले सप्ताह राणे जब विधान भवन परिसर में बैठे थे, तब उन्होंने भवन के भीतर जा रहे आदित्य ठाकरे को ओर देखकर ‘म्याऊं' की आवाज निकाली. कांदे ने कहा कि सभी सदस्य इस पर एकमत हैं कि नेताओं के विरुद्ध अभद्र आचरण की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए. कांदे ने कहा, “आदित्य ठाकरे एक सम्मानित व्यक्ति हैं और उन्होंने नीतेश राणे पर ध्यान नहीं दिया. हम अपने नेता का इस प्रकार से अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे.” उन्होंने मांग की कि या तो राणे सदन में माफी मांगें या उन्हें निलंबित किया जाए. शिवसेना विधायक सुनील प्रभु ने कांदे का समर्थन किया.पार्टी के एक अन्य सदस्य भास्कर जाधव ने मांग उठाई कि राणे को विधानसभा की सदस्यता से स्थायी तौर पर निलंबित कर देना चाहिए. शिवसेना सदस्यों की नारेबाजी और हंगामे के चलते सदन के पीठासीन अधिकारी ने 10 मिनट के लिए विधानसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी.
सदन की कार्यवाही फिर से शुरू होने के बाद नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि नीतेश को उनके बर्ताव के लिए फटकार लगाई जाएगी. उन्होंने कहा, “लेकिन सदन के बाहर हुई घटना के लिए एक सदस्य को निलंबित करना ठीक नहीं है.” इससे पहले फडणवीस ने कहा था कि जब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता छगन भुजबल सदन में प्रवेश करते थे तब भास्कर जाधव आवाज निकालते थे. भाजपा के चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि उन्हें आश्चर्य है कि जो घटना सदन के बाहर हुई, उस पर विधानसभा में चर्चा क्यों हो रही है.पीठासीन अधिकारी ने कहा कि ऐसी घटनाएं पुन: न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए मंगलवार को सभी दलों के नेताओं के साथ बैठक की जाएगी. (भाषा से भी इनपुट)