- पंढरपुर में भीमा नदी का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है. किनारे बसे गांवों को सतर्क किया गया है.
- उजनी और वीर बांधों में पानी भरने से भीमा नदी का जलस्तर काफी बढ़ा है जिससे कई. कई मंदिर डूब गए हैं.
- लगातार छठे साल पंढरपुर बाढ़ की चपेट में आया है, पिछले दिनों हुई बारिश के बाद भी बाढ़ आ गई थी.
महाराष्ट्र में बारिश और बाढ़ का कहर अब भी जारी है. बीड जिले की आष्टी तहसील में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण 5–6 गांव पूरी तरह से जलमग्न हैं. फंसे हुए 25 से 30 लोगों को रेस्क्यू किया जा रहा है. वहीं पंढरपुर भी एक बार फिर बाढ़ की चपेट (Pandharpur Flood) में है.बारिश की वजह से भीमा नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है. पानी इतना ज्यादा है कि चंद्रभागा मरुस्थल के कई मंदिर जलमग्न हो गए हैं.
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पंढरपुर में भीमा नदी का जलस्तर बढ़ा
वहीं पंढरपुर की भीमा यानी चंद्रभागा नदी एक बार फिर बाढ़ की चपेट में आ गई है. पानी के ओवरफ्लो को देखते हुए नदी किनारे बसे गांवों को सतर्कता बरतने की चेतावनी दी गई है.उजनी और वीर बांधों में पानी भरने की वजह से पंढरपुर में भीमा नदी का जलस्तर काफी बढ़ा है. सिर्फ मंदिर ही नहीं कई श्रद्धालु भी पानी की चपेट में आ गए हैं. ये लगातार छठवां साल है जब पंढरपुर बाढ़ की चपेट में आ गया है.
मूसलाधार बारिश से चंद्रभागा नदी उफान पर
बता दें कि महाराष्ट्र का पंढरपुर धार्मिक लिहाज से काफी महत्व रखता है. यह एक हिंदू तीर्थस्थल है. जहां हर साल भगवान विट्ठल के दर्शन के लिए लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं और पवित्र भीमा नदी में स्नान भी करते हैं. बता दें कि पिछले दिनों राज्य में हुई मूसलाधार बारिश के समय भी चंद्रभागा नदी उफान पर थी और पंढरपुर में बाढ़ जैसे हालात थे. एक बार फिर से वैसे ही हालात हैं. कई मंदिर पानी में डूब गए हैं.