महाराष्ट्र विधानसभा के तीन दिवसीय विशेष सत्र (Maharashtra Assembly Special Session) के आखिरी दिन सोमवार को देवेंद्र फडणवीस सरकार (Devendra Fadnavis Government) अपना बहुमत साबित करेगी. यह महज औपचारिकता होगी क्योंकि विधानसभा चुनाव में महायुति को भारी बहुमत मिला है. विधानसभा के विशेष सत्र के दूसरे दिन रविवार को 105 विधायकों ने शपथ ली. विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के विधायकों ने ईवीएम के मुद्दे पर शनिवार को शपथ ग्रहण से इनकार करते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया था. विशेष सत्र के पहले दिन शनिवार को 173 विधायकों ने सदन की सदस्यता की शपथ ली थी. शेष विधायक सोमवार को शपथ लेंगे.
महाराष्ट्र विधानसभा स्पीकर पद के लिए भाजपा विधायक राहुल नार्वेकर ने रविवार को अपना नामांकन दाखिल किया. इस दौरान मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और दोनों उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे तथा अजित पवार के साथ महायुति गठबंधन के तमाम नेता मौजूद रहे. कोलाबा विधानसभी सीट से विधायक चुने गए नार्वेकर का निर्विरोध अध्यक्ष चुना जाना तय माना जा रहा है, क्योंकि किसी और उम्मीदवार ने नामांकन दाखिल नहीं किया है.
राज्यपाल करेंगे दोनों सदनों को संबोधित
अध्यक्ष के चयन के बाद नई महायुति सरकार का विश्वास मत हासिल करेगी. शाम चार बजे राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन विधानमंडल के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगे. राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा नागपुर में 16 से 21 दिसंबर तक चलने वाले शीतकालीन सत्र में होगी.
चुनाव में महायुति को मिला प्रचंड बहुमत
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 'महायुति' गठबंधन को प्रचंड बहुमत मिला है. महायुति में शामिल भाजपा ने 132, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने 57 और अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने 41 सीटों पर जीत हासिल की है.
गत 5 दिसंबर को महायुति सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत एनडीए के तमाम नेताओं ने हिस्सा लिया था.