महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री तानाजी सावंत के बेटे ऋषिराज सावंत अपने दो दोस्तों के साथ बैंकॉक (Bangkok flight Return Pune) जा रहे थे. लेकिन परिवार ये बात जानता ही नहीं था. एक नाटकीय घटनाक्रम हुआ. फ्लाइट में खूब ड्रामा हुआ और बैंकॉक जा रही फ्लाइट को वापस पुणे लौटना पड़ा. सोमवार रात 8.30 बजे के करीब प्लेन वापस पुणे एयरपोर्ट पर लौट आया. दरअसल सोमवार को ही ये रिपोर्ट लिखवाई गई थी कि पूर्व मंत्री का बेटा पुणे एयरपोर्ट से गायब हो गया है. जबकि ऋषिराज सावंत तो अपने दो दोस्तों के साथ बैंकॉक जा रहे थे. बैंकॉक जा रही फ्लाइट के पायलट को जब प्लेन वापस पुणे की तरफ मोड़े के लिए कहा गया तो उनको लगा कि यह कई झूठा मैसेज है. लेकिन एविएशन अथॉरिटी की पुष्टि के बाद पायलट ने प्लेन को वापस पुणे एयरपोर्ट की तरफ मोड़ दिया. यह जानकारी एक एयरलाइन अधिकारी की तरफ से बुधवार को सामने आई.
बैंकॉक के बीच रास्ते से पुणे वापस लौटी फ्लाइट
एक प्राइवेट फर्म की तरफ से ऑपरेट की जा रही चार्टर्ड फ्लाइट पूर्व मंत्री के बेटे ऋषिराज सावंत और उनके दो दोस्तों को लेकर सोमवार रात करीब 8.30 बजे पुणे एयरपोर्ट पर वापस लौटी. ऋषिराज सावंत बैंकॉक जाते-जाते रह गए. दरअसल शिवसेना नेता का परिवार यह जानता ही नहीं था कि उनका बेटा थाइलैंड जा रहा था. एयरलाइन को ऑपरेट करने वाली कंपनी के एग्जीक्यूटिव का कहना है कि प्लेन को पुणे वापस लाने का फैसला सही वेरिफिकेशन के बाद ही लिया गया था.
घर में बिना बताए बैंकॉक जा रहा था पूर्व मंत्री का बेटा
बैंकॉक जा रहे ऋषिराज सावंत और उनके दो दोस्तों ने दावा किया कि वह बिजनेस ट्रिप पर बैंकॉक जा रहे थे. पुलिस की तरफ से किडनैपिंग का केस दर्ज किए जाने के बाद पूर्व मंत्री के बेटे को आनन-फानन में पुणे वापस लाया गया. दरअसल तानाजी सावंत के इस मामले में दखल के बाद पुलिस ने किडनैपिंग का केस दर्ज किया था.
DGAC ने फ्लाइट को बीच रास्ते से वापस बुलाया
एग्जीक्यूटिव ने बताया कि नागरिक उड्डयन नियामक DGAC ने फ्लाइट को बीच रास्ते से वापस बुलाने के फैसले के लिए उनकी कंपनी की तारीफ की. एग्जीक्यूटिव ने कहा कि यह शायद इस तरह का पहला मामला था, जिसमें किसी यात्री के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज होने का हवाला देते हुए फ्लाइट को बीच रास्ते से वापस बुलाया गया.उन्होंने कहा कि प्लेन को वापस ले जाने जैसी चीजें सिर्फ मेडिकल इमरजेंसी या अन्य इमरजेंसी में ही होती हैं.
उन्होंने बताया कि जब फ्लाइट को पुणे वापस लाने के लिए कहा गया था तब वह अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के पोर्ट ब्लेयर के ऊपर से उड़ रही थी. पायलटों और चालक दल के सदस्यों के साथ किसी भी तरह के हंगामे या बहस से बचने के लिए तीनों लड़कों को डायवर्जन के बारे में नहीं बताया गया था. उन्होंने बताया कि यात्रियों के सामने मैप और नेविगेशन दिखाने वाली स्क्रीन पहले से ही बंद थी. इसीलिए उनको इस बात का कोई अंदाजा नहीं था कि उनका प्लेन उनको बिना बताए वापस पुणे लौट रहा था. तीनें लड़के खाने के बाद आराम कर रहे थे.
एयरपोर्ट पर उतरते ही हैरान रह गए ऋषिराज सावंत
पुणे इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरते ही ऋषिराज और उनके दोस्त हैरान थे. दोनों ने गुस्से से पायलटों से सवाल पूछे.पायलट-इन-कमांड ने उनको बताया कि वे सिर्फ निर्देशों का पालन कर रहे थे. एग्जीक्यूटिव ने बताया कि जैसे ही प्लेन पुणे हवाई अड्डे पर उतरा, CISF के जवान तुरंत अंदर गए और तीनों लड़कों को बाहर निकाला.
नाटकीय घटनाक्रम के बारे में जानिए
सोमवार शाम करीब 4 बजे एक अज्ञात कॉल आया कि ऋषिराज सावंत को कुछ अज्ञात अपने साथ ले गए हैं. बेटे की किडनैपिंग की बात सुनते ही पूर्व मंत्री तानाजी सावंत घबरा गए. वह मदद के लिए तुरंत पुलिस कमिश्नर के दफ्तर पहुंचे और किडनैपिंग का केस दर्ज करवाया.
पुलिस के मुताबिक जांच में पता चला कि ऋषिराज सावंत परिवार को बिना बताए अपने दो दोस्तों के साथ बैंकॉक जा रहे थे. इसके लिए उन्होंने चार्टर्ड विमान बुक किया था. बाद में ऋषिराज सावंत ने पुलिस को बताया कि उन्होंने अपने परिवार के गुस्से से बचने के लिए थाईलैंड जाने की बात परिवार से छिपाई.