VIDEO: जब महाराष्‍ट्र के बीजेपी MLA नीतेश राणे ने आदित्‍य ठाकरे को देखकर निकाली 'म्‍याऊं' की आवाज..

घटना पिछले सप्‍ताह की है. नीतेश राणे जब विधान भवन परिसर में बैठे थे, तब उन्होंने भवन के भीतर जा रहे आदित्‍य ठाकरे को ओर देखकर ‘म्याऊं' की आवाज निकाली थी.

विज्ञापन
Read Time: 15 mins
बीजेपी के नीतेश राणे ने मंत्री आदित्‍य ठाकरे के सदन में प्रवेश करते समय 'अजीब' आवाज निकाली थी
मुंबई:

एक वीडियो सामने आया है जिसमें महाराष्‍ट्र सरकार के मंत्री आदित्‍य ठाकरे (Aaditya Thackeray) के विधानसभा बिल्डिंग में प्रवेश करते समय बीजेपी विधायक नीतेश राणे (Nitesh Rane)को 'म्‍याऊं' की आवाज निकालकर छींटाकशी करते हुए देखा जा सकता है. 'म्‍याऊं' का यह मामला सत्‍तारूढ़ शिवसेना और मुख्‍य विपक्षी पार्टी बीजेपी के बीच टकराव का मुद्दा बन गया है और शिवसेना ने राज्‍य के मंत्री को टारगेट कर किए गए इस अनुचित व्‍यवहार के लिए नीतेश राणे पर कार्रवाई की मांग की है. राज्‍य विधानसभा में इस मुद्दे को लेकर हुई तीखी नोकझोंक के बाद बीजेपी नेआश्‍वस्‍त किया है कि मामले में नीतेश को फटकार लगाई जाएगी.

घटना पिछले सप्‍ताह की है. नीतेश राणे जब विधान भवन परिसर में बैठे थे, तब उन्होंने भवन के भीतर जा रहे आदित्‍य ठाकरे को ओर देखकर ‘म्याऊं' की आवाज निकाली थी. राणे उस समय एक प्रदर्शन में हिस्‍सा ले रहे थे. केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के बेटे नीतेश से जब रिपोर्टरों ने पूछा था कि उन्‍होंने ऐसा क्‍यों किया तो उन्‍होंने दोटूक लहजे में कहा था, 'मैं फिर ऐसा करूंगा. मैं हर बार ऐसा करूंगा. ' प्रश्नकाल के बाद शिवसेना विधायक सुहास कांदे ने यह मुद्दा उठाया था . उन्होंने कहा था कि पिछले सप्ताह राणे जब विधान भवन परिसर में बैठे थे, तब उन्होंने भवन के भीतर जा रहे आदित्‍य ठाकरे को ओर देखकर ‘म्याऊं' की आवाज निकाली. कांदे ने कहा था कि सभी सदस्य इस पर एकमत हैं कि नेताओं के विरुद्ध अभद्र आचरण की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए. कांदे ने कहा था, “आदित्य ठाकरे एक सम्मानित व्यक्ति हैं और उन्होंने नीतेश राणे पर ध्यान नहीं दिया. हम अपने नेता का इस प्रकार से अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे.” उन्होंने मांग की थी कि या तो राणे सदन में माफी मांगें या उन्हें निलंबित किया जाए.

Advertisement

शिवसेना विधायक सुनील प्रभु ने कांदे का समर्थन किया.पार्टी के एक अन्य सदस्य भास्कर जाधव ने मांग उठाई कि राणे को विधानसभा की सदस्यता से स्थायी तौर पर निलंबित कर देना चाहिए. शिवसेना सदस्यों की नारेबाजी और हंगामे के चलते सदन के पीठासीन अधिकारी ने 10 मिनट के लिए विधानसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी थी. सदन की कार्यवाही फिर से शुरू होने के बाद नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि नीतेश को उनके बर्ताव के लिए फटकार लगाई जाएगी. उन्होंने कहा था, “लेकिन सदन के बाहर हुई घटना के लिए एक सदस्य को निलंबित करना ठीक नहीं है.” (भाषा से भी इनपुट)

Advertisement
Featured Video Of The Day
President Droupadi Murmu ने बताए पढ़ाई करने के फायदे
Topics mentioned in this article