मुंबई: हाईकोर्ट ने कबूतरों को दाना डालने पर लगाई रोक, शख्स ने कार की छत पर ही बैठा लिए कबूतर, स्थानीय लोगों ने लगाई क्लास

सरकार ने कहा है कि कबूतरों के मल से सांस से जुड़ूी समस्या हो रही हैं. वैसे भी दादर भीड़भाड़ वाला इलाका है, इसलिए यहां लोगों को सर्तक रहने की जरूरत है.

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मुंबई के बीते हफ्ते राज्य सरकार के आदेश पर बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने कबूतरों को दाना डालने पर रोक लगा दी थी. साथ ही कबूतरखानों को कवर कर दिया गया था, जिसके बाद एक शख्स दादर में अपनी कार की छत पर कबूतरों को दाना खिलाते हुए नजर आया. सार्वजनिक स्थान पर दाना खिलाने पर स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया. दोनों के बीच इसी बात को लेकर बहसबाजी हुई.

स्थानीय लोगों ने जमकर सुनाया

दादर के स्थानीय लोगों ने दाना खिला रहे शख्स से कहा कि अपने इलाके में जाकर खिलाओ, यहां खिलाने की जरूरत नहीं है. बता दें कि कोर्ट के फैसले के बाद मुंबई में कबूतरों के लिए दाना डालना और कबूतरखाना बंद कर दिया गया है. नगर निगम और प्रशासन की टीमें लगातार इस पर काम कर रही हैं. 

कबूतरखानों पर क्यों लगा है बैन

हालांकि बीएमसी बीएमसी सुबह 6 से 8 तक दाना डालने की अनुमति को लेकर सोच रही है, अगर इस पर जल्द फैसला नहीं किया गया तो जैन समाज फिर से आंदोलन कर सकता है. राज्य सरकार ने सेहत के लिए हानिकारक बता कर इस पर रोक लगाई है. सरकार ने कहा है कि कबूतरों के मल से सांस से जुड़ूी समस्या हो रही हैं. वैसे भी दादर भीड़भाड़ वाला इलाका है, इसलिए यहां लोगों को सर्तक रहने की जरूरत है.

हाईकोर्ट का आदेश, FIR करे पुलिस

वहीं बॉम्बे उच्च न्यायालय ने पुलिस को आदेश दिए हैं कि वो सख्ती से इसका पालन कराए. साथ ही अगर जो लोग नहीं मान रहे हैं, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करे. इस आदेश के बाद से अकेले दादर में ही पुलिस ने 100 से ज्यादा लोगों पर जुर्माना लगाया है. 

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