लोन चुकाने के लिए किसान ने बेची किडनी, साहूकारों ने 1 लाख के बदले 74 लाख वसूले, रुला देगी कहानी

महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले से एक झकझोर देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक किसान को साहूकारों के उत्पीड़न से तंग आकर अपनी किडनी बेचने पर मजबूर होना पड़ा. पुलिस ने इस मामले में अब तक 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • महाराष्ट्र के चंद्रपुर के किसान रोशन कुडे को साहूकारों के कर्ज और उत्पीड़न के कारण अपनी किडनी बेचनी पड़ी
  • लॉकडाउन में दूध व्यवसाय ठप हो गया और पशुओं में लंपी रोग फैलने से आर्थिक स्थिति और भी खराब हो गई थी
  • एक लाख रुपये का कर्ज 74 लाख रुपये के कर्ज में तब्दील हो गया, साहूकारों ने जमीन और जेवर तक बेच लिए
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।

महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले से एक झकझोर देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक किसान को साहूकारों के उत्पीड़न से तंग आकर अपनी किडनी बेचने पर मजबूर होना पड़ा. पुलिस ने इस मामले में अब तक 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. नागभीड़ तहसील के मिंथुर गांव के रहने वाले किसान रोशन कुडे की कहानी किसी दुःस्वप्न से कम नहीं है. रोशन के पिता, शिवदास लक्ष्मण कुडे ने अपने बेटे की आपबीती सुनाते हुए बताया कि कैसे एक खुशहाल परिवार दाने-दाने को मोहताज हो गया.

रोशन मुख्य रूप से दूध का व्यवसाय करते थे. लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था. लॉकडाउन की वजह से दूध का व्यवसाय पूरी तरह ठप हो गया. जब स्थिति सुधरने लगी, तो पशुओं में 'लंपी' रोग फैल गया, जिससे बचा-कुचा व्यवसाय भी बर्बाद हो गया. व्यवसाय को फिर से खड़ा करने के लिए रोशन ने साहूकारों से करीब एक लाख रुपये का शुरुआती कर्ज लिया था. लेकिन यह एक लाख रुपये का बोझ धीरे-धीरे 74 लाख रुपये के पहाड़ में बदल गया.

एक लाख के बदले वसूले 74 लाख, फिर भी नहीं भरा पेट

पीड़ित के पिता शिवदास कुडे ने बताया, "साहूकार चार-पांच लोगों की टोली बनाकर आते थे और रोशन के साथ मारपीट करते थे. ब्याज पर ब्याज का ऐसा चक्र चलाया गया कि परिवार ने अपनी जमीन और घर के जेवर तक बेच दिए. साहूकारों ने अब तक 74 लाख रुपये से अधिक वसूल लिए हैं. कुछ पैसे बैंक और PhonePe के जरिए लिए गए, तो लाखों रुपये नकद वसूले गए. हमारे पास इन भुगतानों की रसीदें भी मौजूद हैं."

किडनी बेचने का खौफनाक फैसला

जब सब कुछ बिक गया और साहूकारों की धमकियां बंद नहीं हुईं, तो रोशन ने अपनी जान बचाने और कर्ज उतारने के लिए अपनी किडनी बेचने जैसा आत्मघाती कदम उठाया. पिता ने भावुक होते हुए कहा कि रोशन ने परिवार की जिम्मेदारी उठाने की कोशिश की थी, लेकिन साहूकारों के चंगुल ने उसका जीवन बर्बाद कर दिया. अब इस परिवार के पास जीने का कोई सहारा नहीं बचा है.

पुलिसिया कार्रवाई और गिरफ़्तारी

इस मामले के उजागर होने के बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आया. जांच के दौरान अवैध साहूकारी और मानव अंगों की तस्करी से जुड़े सुराग मिलने पर पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि क्या इस रैकेट के तार अन्य राज्यों या बड़े अस्पतालों से भी जुड़े हैं.

Featured Video Of The Day
Sucherita Kukreti: 'बुर्के पर कत्ल'..खेलने लगे मजहबी कार्ड शोएब जमई की जो उधेड़ी बखिया! Shamli Murder