आधुनिक जीवनशैली में लोग इतने ज्यादा बिज़ी हो गए हैं कि उनको सही वक्त पर खाने का भी टाइम नहीं मिलता है. आजकल अधिकतर लोग लंच के समय ब्रेकफास्ट करते देखे जाते हैं और डिनर के समय लंच. यह आदत सेहत को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा सकती है. लेकिन क्या कभी आपने ये सोचा है कि आखिर लंच करने का सही समय क्या है?
सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर (Celebrity Nutritionist Rujuta Diwekar) के मुताबिक, सुबह 11 बजे से 1 बजे के बीच लंच करने का अच्छा समय होता है और अगर आपको लंच करने का यह समय जल्दी लगता है, या यदि आप मीटिंग्स या किसी काम में बिजी होने के चलते लंच नहीं कर पाते हैं, तो आप इस समय फलों का सेवन कर सकते हैं.
दीवेकर ने कहा कि आप केला या किसी अन्य फल का सेवन कर सकते हैं और समय मिलने पर लंच कर सकते हैं. दीवेकर ने कहा, "समय पर केला खाने से देर से भोजन करने की वजह से होने वाली गेस की समस्या और सिर दर्द की समस्या से राहत मिलती है."
लंच से पहले फल खाने की सलाह क्यों देते हैं न्यूट्रिशनिस्ट?
दोपहर के भोजन से पहले फल खाने की सलाह सिर्फ न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर ही नहीं देती हैं, बल्कि अन्य न्यूट्रिशनिस्ट नम्मी अग्रवाल का भी यही मानना है.
इनके अलावा न्यूट्रिशनिस्ट पूजा मखीजा फलों का रस यानी जूस पीने के बजाए उन्हें खाने की सलाह देती हैं. दरअसल, फलों का सेवन करने से अन्य पोषक तत्वों के साथ फाइबर भी मिलता है. वहीं, दूसरी ओर एक गिलास फलों का जूस न केवल फलों से फाइबर को नष्ट करता है, बल्कि इसमें चीनी की मात्रा भी बढ़ जाती है.
पूजा मखीजा का कहना है, अनानास का एक टुकड़ा (या शायद अधिक) खाने से उन्हें एंटीऑक्सिडेंट की दैनिक खुराक मिल जाती है, इससे उन्हें ऐसे एंजाइम मिलते हैं, जो पाचन में सहायता करते हैं और इम्युनिटी पावर को बढ़ाते हैं.
अब आप जान चुके होंगे कि दोपहर के खाने से पहले फलों का सेवन करना एक अच्छा ऑप्शन है. ब्रेकफास्ट के बाद लगने वाली हल्की भूक को भी यह कम करने में मदद करता है और लंच के लिए आपकी भूख को भी खत्म नहीं करता है.