What is the best milk for children: कई माता-पिता के मन में यह सवाल रहता है कि छोटे बच्चे को गाय का दूध देना चाहिए या भैंस का. अक्सर लोग सोचते हैं कि भैंस का दूध ज्यादा गाढ़ा और पौष्टिक होता है, इसलिए वह बेहतर होगा. वहीं, कुछ का मानना होता है कि गाय का दूध ज्यादा हेल्दी है या इसमें बच्चे के लिए ज्यादा पोषक तत्व होते हैं. अगर आपके मन में भी इस तरह की कंफ्यूजन है, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार हो सकता है. इस विषय पर पीडियाट्रिक नेफ्रोलॉजिस्ट कुनाल पाई ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में बच्चों के डॉक्टर ने सही जानकारी दी है. आइए जानते हैं इस बारे में-
क्या कहते हैं डॉक्टर?
डॉक्टर कुनाल बताते हैं, गाय का दूध हल्का और पचाने में आसान होता है. यह बहुत ज्यादा गाढ़ा नहीं होता और इसमें प्रोटीन और फैट की मात्रा भी संतुलित रहती है, इसलिए कई बच्चे इसे आसानी से डाइजेस्ट कर लेते हैं. दूसरी ओर, भैंस का दूध काफी गाढ़ा और रिच होता है. इसमें प्रोटीन और फैट लगभग गाय के दूध से दो गुना तक पाया जाता है. इस वजह से यह ज्यादा एनर्जी देने वाला होता है लेकिन छोटे बच्चों के पेट के लिए कभी-कभी भारी पड़ सकता है.
तो क्या गाय का दूध देना सही है?इस सवाल का जवाब देते हुए डॉक्टर कहते हैं, 1 साल से पहले बच्चे को किसी भी जानवर का दूध नहीं देना चाहिए. ऐसे दूध में आयरन बहुत कम होता है और यह बच्चे की आंतों में हल्की ब्लीडिंग तक कर सकता है, जिससे धीरे-धीरे आयरन की कमी होने का खतरा बन सकता है. भैंस के दूध में मौजूद ज्यादा मिनरल और प्रोटीन बच्चे की किडनी पर अतिरिक्त दबाव भी डाल सकते हैं और उसकी भूख कम कर सकते हैं. इसलिए 12 महीने से पहले गाय या भैंस का कोई भी दूध बच्चे को न दें.
एक साल के बाद धीरे-धीरे गाय का दूध शुरू किया जा सकता है, क्योंकि यह हल्का और आसानी से पचने वाला होता है. वहीं, भैंस का दूध 2 साल की उम्र के बाद ही देना बेहतर माना जाता है, वह भी तब जब बच्चे को अतिरिक्त कैलोरी की जरूरत हो. शुरुआत हमेशा थोड़ा-थोड़ा करानी चाहिए और बच्चे की प्रतिक्रिया देखनी चाहिए.
इस बात का रखें ध्यान
डॉक्टर कुनाल कहते हैं, बच्चे का अच्छा विकास सही खान-पान से ही होता है लेकिन हर बच्चा अलग होता है. किसी को एक चीज जल्दी सूट कर सकती है और किसी को देर से. इसलिए हमेशा बच्चे की हेल्थ, भूख और पाचन पर नजर रखें. अगर कोई समस्या दिखे, तो डॉक्टर से सलाह लेना ही सबसे सुरक्षित तरीका है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.