Cholesterol Remedy: आज के समय में बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल सिर्फ उम्रदराज लोगों की नहीं, बल्कि युवाओं की भी बड़ी समस्या बन चुका है. जब एलडीएल (LDL Cholesterol) यानी खराब कोलेस्ट्रॉल खून में बढ़ जाता है, तो यह धमनियों में जमा होकर प्लाक बनाता है. इससे ब्लॉकेज और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है. हालांकि, एक राहत की बात ये है कि कुछ खास चीजों का सेवन खराब कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को नेचुरल तरीके से कम करने में भी मदद कर सकता है. फेमस न्यूट्रिशनिस्ट लीमा महाजन ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में उन्होंने ऐसी ही खास चीज के बारे में बताया है.
क्या है ये खास चीज?
इसके लिए न्यूट्रिशनिस्ट गेहूं की जगह कुट्टू के आटे की रोटी खाने की सलाह देती हैं. कुट्टू असल में एक स्यूडोसिरियल है, यानी यह गेहूं या चावल जैसे असली अनाज नहीं, बल्कि एक बीज है, जिसे हम अनाज की तरह इस्तेमाल करते हैं. यह खासतौर पर नवरात्रि में ज्यादा खाया जाता है, लेकिन लीमा महाजन कहती हैं कि इसे साल भर अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए.
कैसे पहुंचाता है फायदा?न्यूट्रिशनिस्ट के मुताबिक, कुट्टू में रुटिन नाम का एक खास एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है. यह दिल की सेहत को सपोर्ट करता है, ब्लड में खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करता है और नसों को साफ रखने में मदद करता है. इससे हार्ट अटैक और ब्लॉकेज का खतरा घट सकता है.
इसके अलावा, कुट्टू एक कंप्लीट प्रोटीन प्लांट है, यानी इसमें सभी 9 जरूरी अमिनो एसिड्स होते हैं, जो मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने में मदद करते हैं, जिससे भी कोलेस्ट्रॉल की समस्या में फायदा मिलता है.
और भी हैं कई फायदेकोलेस्ट्रॉल से अलग कुट्टू खाने से आपको और भी कई फायदे मिल सकते हैं. जैसे-
- लीमा महाजन बताती हैं, कुट्टू का ग्लाइसेमिक इंडेक्स करीब 49 होता है, यानी यह ब्लड शुगर को तेजी से नहीं बढ़ाता है. इससे शुगर का स्तर कंट्रोल में रहता है. ऐसे में ये डायबिटीज, PCOS और इंसुलिन रेसिस्टेंस वाले लोगों के लिए बेहतरीन है.
- कुट्टू ग्लूटेन-फ्री है, इसलिए जिन लोगों को गेहूं से एलर्जी या ग्लूटेन सेंसिटिविटी है, उनके लिए भी यह बहुत अच्छा विकल्प है. यह पेट पर हल्का होता है और पचने में आसान है.
- इसके लिए न्यूट्रिशनिस्ट गेहूं की जगह रोज कुट्टू की रोटी खाने की सलाह देती हैं.
- आप कुट्टू के चीले या पैनकेक बनाकर खा सकते हैं.
- इन सब से अलग आप डिनर में कुट्टू की खिचड़ी या दलिया बनाकर भी खा सकते हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.