Is it normal for a child to have white hair: उम्र के साथ बालों का सफेद होना बेहद आम बात है. हालांकि, आज के समय में कम उम्र में ही यहां तक की बच्चों के बाल भी सफेद होने लगे हैं. ऐसे में पेरेंट्स की चिंता बढ़ना लाजमी है. अगर आपके बच्चे के सिर पर भी सफेद बाल आने लगे हैं, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार हो सकता है. इसे लेकर हाल ही में पीडियाट्रिशियन पवन मांडविया ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में डॉक्टर बताते हैं, मेरे पास 5 साल, 8 साल के बच्चों के कई पेरेंट्स आते हैं. उनकी शिकायत होती है कि धीरे-धीरे बच्चे के बाल सफेद होने लगे हैं. शुरुआत में तो बस एक-दो बाल सफेद दिखाई देता था लेकिन धीरे-धीरे ये पूरे सिर पर फैल रहे हैं.
बच्चों के बाल सफेद होने के क्या कारण हैं?
पीडियाट्रिशियन बताते हैं, इसके पीछे 5 अहम कारण जिम्मेदार हो सकते हैं. आइए जानते हैं इनके बारे में, साथ ही जानेंगे बच्चों के बाल सफेद होने पर क्या करना चाहिए.
पोषण की कमीडॉक्टर बताते हैं, अगर बच्चे के शरीर को जरूरी विटामिन और मिनरल्स नहीं मिल रहे हैं, तो इसका असर सबसे पहले बालों और स्किन पर दिखाई देता है. खासतौर पर विटामिन बी12, आयरन, कॉपर, जिंक और प्रोटीन की कमी बालों को सफेद करने में अहम भूमिका निभाती है.
अगर माता या पिता में से किसी के भी बचपन में बाल सफेद हुए हों, तो यह समस्या बच्चों में भी आ सकती है. इसे जेनेटिक फैक्टर कहा जाता है.
स्ट्रेस और नींद की कमीआज के समय में छोटे बच्चे भी पढ़ाई का दबाव, ज्यादा स्क्रीन टाइम और परफॉर्मेंस का प्रेशर झेल रहे हैं. इन वजहों से तनाव बढ़ता है और नींद पूरी नहीं हो पाती, जिससे बाल सफेद हो सकते हैं.
थायराइड जैसी हार्मोनल परेशानियां भी बाल सफेद होने का कारण बन सकती हैं.
केमिकल शैम्पू का इस्तेमालइन सब से अलग पीडियाट्रिशियन कहते हैं, कई बार पेरेंट्स बच्चों के बालों में बड़े लोगों वाले केमिकल युक्त शैम्पू का इस्तेमाल कर देते हैं. इससे भी बालों का नेचुरल कलर जल्दी खराब हो सकता है.
बच्चों के सफेद बाल रोकने के उपाय- बच्चे के डेली डाइट में दूध, अंडे, हरी सब्जियां, दालें, नट्स और फल जरूर शामिल करें.
- बच्चों को समय पर सोने और उठने की आदत डालें ताकि उनकी नींद पूरी हो सके.
- मोबाइल और टीवी का स्क्रीन टाइम कम से कम रखें.
- बच्चों के लिए माइल्ड और केमिकल-फ्री शैम्पू ही इस्तेमाल करें.
- इन सब से अलग अगर बाल बहुत तेजी से सफेद हो रहे हैं, तो डॉक्टर से ब्लड टेस्ट करवाएं, ताकि विटामिन और मिनरल्स की कमी का पता चल सके.
- जरूरत पड़ने पर डॉक्टर की सलाह से सप्लीमेंट्स दिए जा सकते हैं.
कम उम्र में बच्चों के बाल सफेद होना मामूली भी हो सकता है और किसी पोषण की कमी या हेल्थ प्रॉब्लम का संकेत भी. ऐसे में पेरेंट्स को घबराने की बजाय बच्चों की डाइट और लाइफस्टाइल पर ध्यान देना चाहिए और जरूरत पड़ने पर डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.