गुलाब में एंटीऑक्सीडेंट के गुण पाये जाते हैं.
नई दिल्ली: वेलेंटाइन वीक शुरू हो चुका है और आज रोड-डे है. आज लोग अपने चाहने वालों को गुलाब का फूल देकर प्यार का इजहार करते हैं. कोई एक फूल देता है, तो कोई पूरा बुके ही अपने चाहने वाले को गिफ्ट कर देता है. ऐसे में रोज-डे के दिन किसी-किसी के पास तो ढेर सारे गुलाब के फूल इकट्ठा हो जाते हैं. लेकिन दो दिनों बाद ये फूल मुरझा जाते हैं और इन्हें कूड़ेदान में फेंकने के अलावा हमारे पास कोई रास्ता ही नहीं होता है.
लेकिन अगर आप चाहें, तो अपने चाहने वाले की ओर से दिए गए इन गुलाब के फूलों का एक अनोखा इस्तेमाल कर सकती हैं. क्या आप जानते हैं कि गुलाब की पंखुडि़यां में कई तरह के औषधिय गुण होते हैं. इनमें कई रोगों के उपचार की क्षमता होती है. इसलिए आज अगर आपके पास गुलाब के ढेर सारे फूल इकट्ठा हो जाएं, तो उन्हें कूड़ेदान में बिल्कूल न फेंके.
आइए हम आपको बताते हैं, गुलाब के फूलों का आप किस तरह इस्तेमाल कर सकते हैं.
-गुलाब की पत्तियां बेहद कोमल होती हैं. आमतौर पर लोग इन पत्तियों से गुलकंद बना लेते हैं. गुलकंद को काफी समय तक रखा जा सकता है. गुलकंद का सेवन आपको डीहाइड्रेशन से बचाता है. इससे शरीर को ठंडक मिलती है और आप तरोताजा महसूस करने लगते है.
-अगर आप होंठ फट रहे हैं, तो गुलाब की पत्तियों को पीसकर होंठों पर लगाएं. इससे आपको फटे होंठों की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा. इसे होंठों में लगाना मुश्किल हो, तो इसमें थोड़ी-सी ग्लिसरीन मिला सकते है. कुछ ही दिनों में आपके होंठ नर्म, मुलायम और चमकदार हो जाएंगे.
-अगर आपको अक्सर थकान महसूस होती है, तो गुलकंद आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है. रोजाना थोड़ा-थोड़ा गुलकंद जरूर खाए. इससे आपके शरीर को स्फूर्ति मिलेगी. कुछ ही दिनों में आप महसूस करेंगे कि आपके शरीर से थकान और दर्द छू-मंतर हो गया है.
-शोध से सामने आया है कि गुलाब में एंटीऑक्सीडेंट के गुण पाये जाते हैं. अगर गुलाब की पंखुडि़यों या गुलकंद का रोज सेवन किया जाए, तो इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता में इजाफा होता है. रोजाना सुबह उठते ही अगर खाली पेट ताजे गुलाब की 2 से 3 पंखुड़ियां खा ली जाएं, तो दिन भर के लिए ताजगी मिलती है.
-अगर आपके खून में कोई इंफेक्शन है, तो भी गुलाब आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है. गुलाब एक बेहद अच्छा ब्लड प्यूरिफायर है. पेट दर्द और यूरीन से जुड़ी दिक्कतों में गुलाब की पत्तियों का पानी बेहद फायदेमंद होता है.
-पुराने लोग चेचक के मरीजों पर भी गुलाब की पंखुडि़यों का इस्तेमाल करते थे. पहले गुलाब की पंखुडियों को सूखाकर चूर्ण बना लेते थे, फिर इस इस चूर्ण को चेचक के रोगी के बिस्तर पर डाल देते हैं. इससे पीड़ित को ठंडक और आराम मिलता था.
-गुलकंद में विटामिन बी, सी और ई भरपूर मात्रा में होते है. इसलिए हर रोज भोजन करने के बाद गुलकंद के सेवन से पाचन से जुड़ी समस्याएं दूर हो जाती हैं.
गुलाब की कुछ पत्तियों को पानी में भिगोकर रख दें. अब इनका पेस्ट बना लें. इस पेस्ट को 15 मिनट के लिए अपने चेहरे पर लगाएं और ठंडे पानी से चेहरा धो लें. इसे हफ्ते में 3 बार चेहरे पर लगाएं, चेहरा चमकने लगेगा.